विकिपीडिया (Wikipedia) दक्षिणपंथी विचारधारा के प्रति अपने पूर्वग्रहों के लिए कुख्यात है। इस बार विकिपीडिया ने नया शिकार आयुर्वेदिक (Ayurveda) चिकित्सा पद्धति को बनाया है लेकिन आयुर्वेद के छात्रों ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है। दरअसल, विकिपीडिया पर आयुर्वेद को ‘अवैज्ञानिक’ (Pseudoscientific) बताया गया है, जिसे लेकर आयुर्वेद के छात्रों में खासा रोष है।
उत्तर प्रदेश की वाराणसी के आयुर्वेद चिकित्सा से जुड़े छात्रों ने विकिपीडिया के इस कारनामे के विरोध में ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। आयुर्वेद के छात्रों का कहना है कि आयुर्वेद भारत की चिक्तिसा पद्धति और सांस्कृतिक पहचान का एक बड़ा और महत्वपूर्ण अंग है। लेकिन विकिपीडिया पर आयुर्वेद की जो व्याख्या की गई है वह गलत, आपत्तिजनक और भ्रामक है।
विरोध कर रहे इन छात्रों का कहना है कि विकिपीडिया पर आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को अवैज्ञानिक बताने के साथ ही कई अन्य आपत्तिजनक बातें भी लिखी गई हैं। जबकि कोरोना महामारी से निपटने में भी लोगों के द्वारा आयुर्वेद का इस्तेमाल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बड़े स्तर पर किया गया है।
इस विवाद पर IMS, BHU में ही आयुर्वेद संकाय के डीन प्रोफ़ेसर यामिनी भूषण त्रिपाठी ने ऑपइंडिया से बातचीत में कहा कि आयुर्वेद के छात्रों को आयुर्वेद को लेकर लोगों के दृष्टिकोण में परिवर्तन के लिए प्रदर्शन के साथ-साथ इस पर शोध को बढ़ावा देने के लिए भी प्रयास करना चाहिए।
प्रोफ़ेसर त्रिपाठी ने कहा कि भारत की सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धति को बदनाम करना गलत है लेकिन वास्तविकता यह है कि इस प्रकार की भ्रांतियाँ तब तक लोगों के बीच लोकप्रिय रहेंगी जब तक गंभीरता से आयुर्वेद के उत्थान के लिए प्रयास नहीं किए जाते। प्रोफ़ेसर त्रिपाठी इस विषय पर पहले भी ऑपइंडिया से बात कर चुके हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, फिलहाल विकिपीडिया की इस टिप्पणी के विरोध में देशभर के स्टूडेंट्स एकजुट हुए हैं और ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान में महज 3 दिन में ही 7,000 से ज्यादा लोग अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं।