पंजाब के रूपनगर जिले में विश्व हिन्दू परिषद (VHP) पदाधिकारी विकास प्रभाकर की चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी गई है। CCTV फुटेज देखकर लग रहा है कि 2 हमलावर स्कूटी पर सवार होकर आए थे। पुलिस ने केस दर्ज कर के छानबीन शुरू कर दी है। हत्या की वजह का खुलासा अभी तक नहीं किया जा सका है। हिन्दू संगठनों ने इस हत्याकांड की निंदा करते हुए पंजाब की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। घटना शनिवार (13 अप्रैल 2024) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विहिप नेता विकास प्रभाकर की आनंदपुर साहिब जिले के नांगल इलाके में दुकान है। उन्हें महज 3 माह पहले नांगल का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। शनिवार को शाम में लगभग पौने 6 बजे विकास नांगल क्षेत्र में अपनी कन्फेक्शनरी दुकान में मौजूद थे। कुछ देर बाद पड़ोस की दुकान से एक हेल्पर उनके पास गया। हेल्पर ने विकास को लहूलुहान हालत में अपनी कुर्सी पर लुढ़का पाया। कुछ ही देर में विकास की दुकान पर लोगों का जमावड़ा हो गया। आसपास के दुकानदारों ने विकास को अस्पताल में भर्ती करवाया जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
विकास के सिर पर किसी नुकीले हथियार से कई वार किए गए हैं। मृत्यु की वजह घावों से अधिक खून बहना बताया गया है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार घटना के पीछे स्कूटी पर सवार होकर आए 2 संदिग्ध हो सकते हैं। इन दोनों को एक CCTV फुटेज में देखा जा सकता है। फुटेज में दोनों में से एक स्कूटी पर बैठा रहा जबकि दूसरा विकास की दुकान अंदर जा कर कुछ देर में बाहर निकला। बाद में दोनों एक साथ फरार हो गए। हालाँकि पुलिस ने अभी तक हमलावरों के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
Protest against the murdeπ of VHP's Nangal president Vikas Prabhakar, plan to block Chandigarh highway tomorrow morning. People demanded the police to arrest the murderers as soon as possible and refused to perform the last rites until the murdeπers are arrested. https://t.co/k6YYU1Jgz3 pic.twitter.com/cKbQqWEV52
— PunFact (@pun_fact) April 13, 2024
इस घटना के विरोध में हिन्दू संगठनों ने एकजुट हो कर पंजाब की कानून-व्यवस्था पर हमला बोल दिया है। पुलिस के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन किए हैं। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि आए दिन हिंदूवादी नेताओं की हत्याएँ हो रहीं है और आम जनमानस में डर का माहौल बना है। एक हिंदूवादी नेता ने कहा कि हिन्दुओं की हत्याओं के बीच उनके मुख्यमंत्री चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। पुलिस की तमाम दलीलों के बावजूद नाराज प्रदर्शनकारियों ने हमलावरों की गिरफ्तारी होने तक विकास प्रभाकर के शव का अंतिम संस्कार न करने का ऐलान किया है।