155 घंटे से फ़रार चल रहा कानपुर एनकाउंटर का मुख्य आरोपित विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया। ख़बरों के मुताबिक़ वह उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन करने के लिए भीतर दाख़िल हो रहा था तभी उसे मंदिर के एक सुरक्षाकर्मी ने पहचाना। जिसके बाद उसने इस मामले की सूचना पुलिस को दी।
Vikas Dubey was going to Ujjain Mahakal temple when he was identified by security personnel. Police were informed, he confessed his identity after being pushed for it. He has been apprehended by police & interrogation is underway: Ashish Singh, Ujjain Collector #MadhyaPradesh https://t.co/tBNHn3pwuw
— ANI (@ANI) July 9, 2020
गिरफ्तारी के दौरान पूरे घटनाक्रम के तमाम वीडियो सामने आए। एएनआई द्वारा साझा किए गए इस वीडियो में कुछ बातें मोटे तौर पर समझ आती हैं। गिरफ्तारी के ठीक बाद उसने अपनी पहचान बताई। इस घटना का एक वीडियो है, जिसमें पुलिस उसे पकड़ कर ले जा रही है। तभी वह चिल्ला कर कहता है, “मैं विकास दुबे हूँ, कानपुर वाला।” ऐसा कहने के ठीक बाद पीछे खड़े पुलिसकर्मी ने उसे एक थप्पड़ भी मारा और शांत रहने के लिए कहा।
#WATCH Madhya Pradesh: After arrest in Ujjain, Vikas Dubey confesses, “Main Vikas Dubey hoon, Kanpur wala.” #KanpurEncounter pic.twitter.com/bIPaqy2r9d
— ANI (@ANI) July 9, 2020
पत्रकार बृजेश मिश्रा के वीडियो में इस गिरफ्तारी के घटनाक्रम का शुरुआती हिस्सा नज़र आता है। जिसमें महाकाल मंदिर के कई सुरक्षाकर्मी और पुलिस वाले विकास दुबे को पकड़ कर बाहर ले आ रहे हैं। इस वीडियो में विकास दुबे स्पष्ट तौर पर अकड़ कर चलता हुआ नज़र आ रहा है। इस वीडियो में पुलिसकर्मी उससे कुछ दूरी पर मौजूद हैं।
MAHAKAL #VikashDubey surrender pic.twitter.com/WvpLSllPCx
— Brajesh Misra (@brajeshlive) July 9, 2020
घटनाक्रम के और भी कई वीडियो फेसबुक से लेकर ट्वीटर जैसे तमाम सोशल मीडिया मंच पर वायरल हो रहे हैं। इन वीडियो के माध्यम से एक बात साफ़ होती है और कई सवाल उठते हैं।
#WATCH Madhya Pradesh: Vikas Dubey, the main accused in #KanpurEncounter case, has been arrested in Ujjain pic.twitter.com/pmh5rwl3Z4
— ANI (@ANI) July 9, 2020
हालाँकि एक बात साफ़ है कि जिस तरह का अपराध उसने किया है, उसे लेकर उसके ज़हन में कोई मलाल नहीं है। दूसरा क्या यह आत्मसमर्पण था? एक दिन पहले तक विकास दुबे की असल लोकेशन फ़रीदाबाद थी, ख़बर राजस्थान जाने की भी थी? पुलिस हाई एलर्ट पर थी, ऐसे में विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन तक कैसे पहुँचा?
सवाल तमाम हैं लेकिन घटनाक्रम की इकलौती सकारात्मक बात यह है कि विकास दुबे फिलहाल पुलिस की गिरफ़्त में है। उसके कई साथियों का भी पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है। विकास दुबे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई इसलिए भी ज़रूरी है कि आने वाले समय में इस मानसिकता और तौर-तरीक़े से मिलता-जुलता दूसरा चेहरा सामने न आए।