अग्निपथ योजना के खिलाफ देश भर में हुए विरोध-प्रदर्शन के दौरान बिहार हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित रहा है। राज्य के जिन जिलों में हिंसा हुई, उनमें से एक जमुई भी है। यहाँ पुलिस पर पथराव किया गया। सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुँचाने की कोशिश हुई। अब एक नए खुलासे के अनुसार इस हिंसा का सूत्रधार एक सफेदपोश नेता है। हिंसा की प्लानिंग जमुई के KKM कॉलेज में की गई। कॉलेज में युवाओं को फिजिकल ट्रेनिंग देने वाले 2 ट्रेनर भी इस साजिश के सूत्रधारों में शामिल हैं।
ETV की रिपोर्ट के मुताबिक जमुई में मोकामा-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन को जलाने की तैयारी थी। इस साजिश को अंजाम देने के लिए अलीगंज और लखीसराय से सैकड़ों लड़कों को गुरुवार (16 जून 2022) को जमुई बुलाया गया था। इन्हे हॉस्टल, होटलों और लॉज में ठहराया गया था। ट्रेन जलाने के लिए 17 जून की तारीख तय की गई थी। इन लोगों को जुटाने में KKM कॉलेज में फिजिकल ट्रेनिंग देने वाले 2 लोगों की भूमिका सबसे ज्यादा रही। दोनों को इसके लिए 20 हजार रुपए दिए जाने की बात भी कही जा रही है।
जमुई के KKM कॉलेज में रची गई थी मोकामा-हावड़ा एक्सप्रेस जलाने की साजिश… सफेद पोश नेताओ के इशारे पर ट्रेनर को दिया गया था बीस बीस हजार रुपए… साजिशकर्ता को पुलिस ने किया गिरफ्तार।
— निरंजन कुमार सिंह (News18) (@Niranjaniimc) June 19, 2022
रिपोर्ट में हिंसा के सूत्रधार रहे नेता का नाम नहीं बताया गया है। लेकिन रिपोर्ट के अनुसार उसने प्रदर्शनकारियों को हिंसा को सिलसिलेवार ढंग से अंजाम देने के निर्देश दिए थे। पहले चरण में शहर के कचहरी चौक पर जमा होना था। उनसे कहा गया था कि यदि पुलिस हटाए तो अलग-अलग टोलियों में बँट जाना है। सभी को 9 बजे से पहले स्टेशन पहुँचने के लिए कहा गया था। शुक्रवार को ऐसा ही हुआ भी था? लेकिन उस दिन ट्रेन स्टेशन पर आई ही नहीं और एक बड़ी वारदात होने से बच गई। जानकारी के मुताबिक उस दिन ट्रेन जमुई से पहले ही झाझा स्टेशन पर रोक दी गई थी।
पुलिस ने इस पूरी साजिश की जानकारी मिलते ही शुक्रवार (17 जून 2022) को लॉज, हॉस्टल और होटलों में छापेमारी की। इस दौरान साजिश में शामिल दोनों फिजिकल ट्रेनरों को गिरफ्तार कर लिया गया। इन दोनों से पूछताछ की जा रही है। हिंसा के मुख्य सूत्रधार बताए जा रहे नेता के विरुद्ध सबूत जुटाए जा रहे हैं। शुक्रवार की घटना में 7 नामजद और लगभग 500 अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज है।