अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा करने का अभियान जारी है। तमाम संगठनों के कार्यकर्ता गाँवों के घर-घर जाकर मंदिर निर्माण के लिए आर्थिक सहयोग एकत्रित कर रहे हैं। इस दौरान चंदा इकट्ठा करने वालों पर अराजक तत्वों द्वारा पत्थरबाजी और हमले की कई ख़बर सामने आ चुकी हैं। ताज़ा मामला कर्नाटक के बेंगलुरु का है, जहाँ एक हिन्दू संगठन के कुछ कार्यकर्ताओं पर अभियान के दौरान हमला किया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ घटना बेंगलुरु जिले के गुराप्पनापलया (Gurappanapalya) इलाके की है। शुक्रवार (29 जनवरी 2021) को दिन के लगभग 12:20 बजे हिन्दू संगठन और भाजपा के कार्यकर्ता चंदा इकट्ठा करने के लिए एक गाड़ी से निकले थे। गाड़ी पर श्रीराम का पोस्टर और संगठन के झंडे लगे हुए थे। जब गाड़ी पेट्रोल लेने के लिए रुकी तो कुछ लोगों ने उसे रोक कर हमला कर दिया। आरोपों के मुताबिक़ लगभग 4-5 लोगों ने पहले गाड़ी का रास्ता रोका। इसका विरोध किए जाने पर उन लोगों ने गाड़ी पर पत्थरबाजी शुरू कर दी।
घटना को देखते हुए स्थानीय लोगों ने इस मामले में दखल दिया और तब जाकर स्थिति सामान्य हुई। इस मामले पर एक मीडिया समूह से बात करते हुए दक्षिण बेंगलुरु भाजपा ईकाई के महासचिव वी सुदर्शन ने विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने कहा, “हम पिछले 15 दिनों से श्रीराम मंदिर के लिए घर-घर जाकर चंदा इकट्ठा करने का अभियान चला रहे हैं। इस घटना में हमारे कार्यकर्ताओं को चोट आई है, हमने इस संबंध में मामला दर्ज कराया है। हमने पुलिस से कहा है अगर आरोपितों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो हम पुलिस स्टेशन पर धरना-प्रदर्शन करेंगे। हमने उसमें से कई आरोपितों की पहचान भी कराई है, हम उम्मीद करते हैं कि जल्द से जल्द उनकी गिरफ्तारी होगी।”
पुलिस ने अभियान में शामिल कार्यकर्ताओं को धमकाने और उन पर हमला करने के आरोप में लगभग 40-50 अज्ञात लोगों पर एफ़आईआर दर्ज की है। एफ़आईआर में धमकाना, धार्मिक सौहार्द बिगाड़ना, गैरक़ानूनी तरीके से इकट्ठा होना और दंगे भड़काने का आरोप शामिल किया गया है।
श्रीराम मंदिर का निर्माण लगभग 3.5 वर्ष में किया जाएगा और इसके निर्माण में लगभग 1100 करोड़ रुपए खर्च अनुमानित है। मुख्य मंदिर के निर्माण में लगभग 300 से 400 करोड़ रुपए का खर्च अनुमानित है। इसके लिए पूरे देश में आर्थिक सहयोग इकट्ठा करने का अभियान जारी है। यह पहली ऐसी घटना नहीं है जब श्रीराम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करने वालों पर पत्थरबाजी हुई है। इसके पहले मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में चंदा इकट्ठा करने वाले कार्यकर्ताओं पर पत्थरबाजी की घटना हो चुकी है। आधे से अधिक मामलों में पत्थरबाजी करने वाले लोग ‘शांतिप्रिय मज़हब’ के थे।