पश्चिम बंगाल के कालियागंज में एक दलित किशोरी के साथ कथित रेप के बाद हत्या के मामले में शनिवार (22 अप्रैल 2023) को एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने फिर से आँसू गैस के गोले छोड़े। इस घटना को लेकर भाजपा महिला मोर्चा ने प्रदर्शन किया। वहीं, NCPCR अध्यक्ष ने पीड़ित परिजनों से रविवार (23 अप्रैल 2023) को मुलाकात की।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के प्रमुख प्रियंक कानूनगो ने रविवार (23 अप्रैल 2023) को ट्वीट कर कहा, “हम आज सुबह मृतक लड़की के परिजनों से उनके गाँव में मिले। हमें निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सुबह 11:30 बजे रायगंज के सर्किट हाउस में जाँच अधिकारियों और डॉक्टरों से मिलना था। अभी तक कोई अधिकारी नहीं आया है।”
Uttar Dinajpur Update!
— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) April 23, 2023
We met the family members of the deceased girl in their village this morning. We were supposed to meet the investigating police officers,doctors who conducted autopsy at Circuit House,Raiganj at 11:30 am as per the schedule. no officials have arrived yet. pic.twitter.com/dQ2lgQPw7F
प्रियंक ने कहा कि घटना के दो दिन हो चुके हैं, लेकिन बंगाल पुलिस ने अभी तक मृतका के परिजनों का बयान तक नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि जब तक परिजनों का पुलिस बयान ना ले ले, तब तक किसी नतीजे पर वह ना पहुँचे। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार ने उन्हें इसके बारे में जानकारी दी है।
#Watch: কালিয়াগঞ্জে জাতীয় শিশু সুরক্ষা কমিশন। কীভাবে কাজ এগোবে, তা নিয়ে সংবাদমাধ্যমে মুখ খুললেন কমিশনের চেয়ারপার্সন।
— TV9 Bangla (@Tv9_Bangla) April 23, 2023
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राज्य CPCR का NCPCR पर आरोप
पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग (WBCPCR) ने राष्ट्रीय निकाय NCPCR पर लड़की की मौत में राजनीति करने का आरोप लगाया है। अपने कई ट्वीट में WBCPCR ने कहा, “एनसीपीसीआर की टीम मीडियाकर्मियों की फौज लेकर पीड़िता के घर ले जा रही है। यह वहाँ लगे धारा 144 का उल्लंघन है! बाल अधिकारों के रखवालों द्वारा पश्चिम बंगाल में बच्चों के शवों के साथ राजनीति करना शर्मनाक! शर्मनाक NCPCR!”
Doing politics with the dead bodies of children in West Bengal by the keepers of child rights! Shameful NCPCR !
— WBCPCR (@WBCPCR) April 23, 2023
फिर हुई हिंसा और पुलिस ने दागे आँसू गैस के गोले
ताजा हिंसा में बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के कलियागंज में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों की भीड़ की भारत-बांग्लादेश सीमा के पास तैनात पुलिसकर्मियों से झड़प हो गई। इसके बाद सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया। दोषियों की गिरफ्तारी की माँग कर रही भीड़ ने कई दुकानों और ई-रिक्शा को आग के हवाले कर दिया।
FIR में जहर खाने से मौत का जिक्र
पुलिस ने हिंसा को देखते हुए शनिवार को 20 साल के एक युवक को गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि लड़की और आरोपित एक दूसरे को जानते थे। हालाँकि, FIR में पुलिस ने लिखा है कि युवती की मौत जहर खाने से हुई है। पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवती के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं मिला है।
पुलिस का कहना है कि लड़की लापता थी। इसके बावजूद उसके परिवार ने शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। बाद में लड़की का शव कालियागंज इलाके के नहर में तैरता मिला था। का कहना है कि पोस्टमॉर्टम की प्राथमिक रिपोर्ट में कहा गया है कि जहरीला पदार्थ खाने से मौत हुई है।
भाजपा महिला मोर्चा और ABVP का प्रदर्शन
वहीं, शनिवार को भाजपा की महिला मोर्चा ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियाँ लेकर पीड़िता के लिए न्याय की माँग की। महिला मोर्चा के अलावा, भाजपा की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने भी घटना के विरोध में राज्य के कई जगहों पर प्रदर्शन किया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उसके बाद दोषियों की गिरफ्तारी की माँग को लेकर जिले के पुलिस अधीक्षक सना अख्तर के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि पुलिस सबूत मिटाकर अपराधियों को बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने इस घटना की सीबीआई जाँच की माँग की।
इतना ही नहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की एक टीम भी मौके पर पहुँची है। टीम ने घटना के संबंध में पश्चिम बंगाल की पुलिस से तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
21 अप्रैल को मिली थी लाश
दलित युवती कलियागंज में 20 अप्रैल 2023 की शाम को ट्यूशन पढ़ने के लिए घर से निकली थी। रात होने के बावजूद वह अपने घर नहीं लौटी तो परिजन परेशान हो गए। उसके परिवार के सदस्यों और स्थानीय लोगों ने किशोरी की पूरी रात तलाश की। अगले दिन नहर में एक किशोरी की लाश तैरती हुई लोगों ने देखा। इसके बाद लोगों ने उसकी पहचान लापता किशोरी के रूप में की।
इस घटना के बाद इलाके लोग आक्रोशित हो गए और आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी की माँग को लेकर शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठी चार्ज किया और उन पर आँसू गैस के गोले दागे। इतना ही नहीं, एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पुलिस मृतक के शव को घसीटते हुए लेकर जा रही है।