विकिपीडिया पर हिंदुओं को नीचा दिखाने की फिर से कोशिश की गई है। एक इस्लामी यूजर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS के पेज के साथ छेड़छाड़ की कोशिश की। उसने RSS के परिचय में हिंदू आतंकी संगठन लिख दिया।
विकिपीडिया पर छेड़छाड़ Ahmedfalah7711 नामक अकाउंट से किया गया। इसी अकाउंट से RSS को ‘राष्ट्रवादी संगठन’ की जगह ‘आतंकी संगठन’ लिखा गया। इसके बाद कई अन्य संपादकों ने इस जानकारी को संपादित किया। लेकिन अहमद के अकाउंट से बार-बार छेड़छाड़ जारी रहा। जब काफी कोशिश के बाद भी जानकारी सही नहीं हो पाई तो आर्टिकल को सेमी प्रोटेक्शन में रख दिया गया। लेकिन, इसके बाद एडिटिंग का यह खेल जारी रहा। ऐसा इसलिए, क्योंकि Ahmedfalah7711 नाम का यूजर इस जानकारी को संपादित करने के लिए लॉग इन वेबसाइट का इस्तेमाल कर रहा था।
अहमद ने सबसे पहले आरएसएस के परिचय में एडिटिंग रात के 12 बजे की। जब इसकी जानकारी अन्य एडिटर्स को मिली तो उनमें से कइयों ने उसे सुधारना चाहा। लेकिन बार-बार वही लिखा लौट के आता रहा। यानी आरएसएस को आतंकी संगठन साबित करने के लिए उक्त यूजर लगातार सक्रिय रहा।
Ahmedfalah7711 के टॉक पेज को देखने पर मालूम चलता है कि वे ऐसे कारनामों वह लगातार ऐसी हकरतें करता रहता है। इसके लिए कई बार उसे चेतावनी मिल चुकी है। पिछले महीने की बात करें तो उसने गृह मंत्री अमित शाह की छवि को धूमिल करने के लिए लिख दिया था कि अमित शाह जैन परिवार में पैदा हुए थे और वे खुद को हिंदू कहते हैं। उन्हें कई बार जैन मंदिरों में अर्चना करते भी देखा गया है।
इसके अलावा इस यूजर पर ये भी आरोप है कि इसने विकिपीडिया पर मौजूद उस पेज से भी छेड़खानी की, जहाँ इस बात की जानकारी मौजूद थी कि कौन-कौन से गैर-इस्लामिक धार्मिक स्थलों को मस्जिदों में बदला गया। इतना ही नहीं, इस शख्स ने इस आर्टिकल से राम जन्मभूमि के पूरे सेक्शन को ही गायब कर दिया था।
गौरतलब है कि इस्लामिक कट्टरपंथियों की ये हरकत विकिपीडिया पर हैरान करने वाली नहीं है। विकिपीडिया पर इन्हें समय-समय पर कोई भी एडिंटिंग करने की आजादी है। अभी दो हफ्ते पहले नोआखाली दंगों में हिंदू-मुस्लिम शब्दों में हेर-फेर कर दिया गया था और हिंदू विरोधी दंगों को मुस्लिम विरोधी दंगे दर्शाने की कोशिश हुई थी। इसके अलावा विकिपीडिया के लेखों में संपादन करने का अधिकार रखने वालों ने तबलीगी जमातियों के कोरोना हॉटस्पॉट होने की जानकारी को भी डिलीट किया था और इसे मुस्लिम विरोधी कहा था।