Thursday, November 14, 2024
Homeदेश-समाज'ठीक की पूर्वजों की गलती': उधर राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा, इधर याकूब ने...

‘ठीक की पूर्वजों की गलती’: उधर राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा, इधर याकूब ने परिवार समेत अपनाया सनातन धर्म, अब कहलाएँगे ‘राजकुमार’

मुस्लिम याकूब को अलीराजपुर के महात्मा गाँधी मार्ग पर बनाए गए अयोध्या धाम में सनातन में प्रवेश दिलाया गया। हिन्दू कार्यकर्ता जयेश भट्ट और संजय माँझी ने उनकी घर-वापसी की प्रक्रिया संपन्न करवाई।

मध्य प्रदेश में एक मुस्लिम परिवार ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन सनातन धर्म को स्वीकार कर लिया। यह घटना मध्य प्रदेश के अलीराजपुर की है। अलीराजपुर के निवासी याकूब खान ने 22 जनवरी के मौके को सनातन में प्रवेश के लिए चुना। उन्होंने अपने पूरे परिवार के साथ सनातन को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि वो अपने पूर्वजों की गलतियों को ठीक कर रहे हैं।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, अलीराजपुर के कुम्हारवाड़ा निवासी याकूब खान ने 22 जनवरी, 2024 को अपने बेटे शाहरुख, बेटी करिश्मा के साथ सनातन स्वीकार कर लिया। इनके नाम भी बदल दिए गए। उन्होंने इस्लाम से सनातन में दीक्षा राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में ली।

मुस्लिम याकूब को अलीराजपुर के महात्मा गाँधी मार्ग पर बनाए गए अयोध्या धाम में सनातन में प्रवेश दिलाया गया। हिन्दू कार्यकर्ता जयेश भट्ट और संजय माँझी ने उनकी घर-वापसी की प्रक्रिया संपन्न करवाई। उनके पैर धुले गए और भगवा अंगवस्त्र ओढ़ा कर उनका सनातन में स्वागत किया। इस दौरान पूजन विधि सम्पन्न की गई।

अयूब का नया नाम राजकुमार रखा गया है। उनकी बेटी का नाम करिश्मा था, उसका नाम करिश्मा ही रखा गया है। वहीं शाहरुख को सुभाष का नाम दिया गया है। उन्होंने कहा है कि वह लम्बे समय से सनातन को पसंद करते थे और स्वेच्छा से सनातन में आ रहे हैं।

यह भी जानकारी दी गई कि याकूब की पत्नी शारदा हिन्दू हैं। वह याकूब से निकाह के बाद हिन्दू ही बनी रहीं और घर में सनातन रीति-रिवाज का पालन करती रहीं। अयूब (राजकुमार) की दो बेटियों की शादी भी हिन्दू परिवारों में हुई है। बताया गया कि एक बेटी की शादी राजस्थान में हिन्दू परिवार जबकि एक की गुजरात के हिन्दू परिवार में की है।

अयूब (राजकुमार) ने कहा है कि उन्होंने बिना किसी दबाव के स्वेच्छा से अपने परिवार के साथ सहमति से धर्म बदला है। वह लम्बे समय से सनातन को पसंद करते आए हैं और इसीलिए उन्होंने इसमें आने का निर्णय लिया।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कश्मीर को बनाया विवाद का मुद्दा, पाकिस्तान से PoK भी नहीं लेना चाहते थे नेहरू: अमेरिकी दस्तावेजों से खुलासा, अब 370 की वापसी चाहता...

प्रधानमंत्री नेहरू पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर सौंपने को तैयार थे, यह खुलासा अमेरिकी दस्तावेज से हुआ है।

‘छिछोरे’ कन्हैया कुमार की ढाल बनी कॉन्ग्रेस, कहा- उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया: चुनावी सभा में देवेंद्र फडणवीस की पत्नी को लेकर की...

कन्हैया ने फडणवीस पर तंज कसते हुए कहा, "हम धर्म बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और डेप्युटी सीएम की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील बना रही हैं।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -