उत्तर प्रदेश में आँधी, भारी बारिश और ओले गिरने से मची तबाही पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। योगी सरकार ने प्रदेश के कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की घटना पर दुख जताया। योगी सरकार ने मुआवजा के तहत प्रशासन को तत्काल हरसंभव मदद पहुँचाने के निर्देश दिए।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को बारिश और ओलावृष्टि के कारण हुए हादसों में मारे गए लोगों के परिजन को चार-चार लाख रुपए की सहायता मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मकान व पशुधन की क्षति के मामलों में भी आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। जिलाधिकारी स्वयं पर्यवेक्षण करें कि 48 घंटे में पीड़ितों को आर्थिक सहायता प्राप्त हो जाए।
जिला अधिकारियों को घायलों को सभी चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार करने के लिए भी कहा गया है। बता दें कि शुक्रवार (अप्रैल 17, 2020) की देर रात बारिश के बाद आई आँधी के कारण अलीगढ़, कानपुर देहात, औरैया और आस-पास के अन्य स्थानों पर खड़ी फसलें क्षतिग्रस्त हो गईं।
किसानों ने सरकार से लगाई मदद की गुहार
बेमौसम बारिश और तेज तूफान के कारण कानपुर में खड़ी गेहूँ की फसल खराब हो गई। इस पर किसानों ने सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए कहा था, “हम सरकार से हमारी मदद करने का आग्रह करते हैं। हम लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुए हैं और अब बारिश ने हमारी फसल को नुकसान पहुँचाया है। अब हम क्या खाएँगे?”
जानकारी के मुताबिक कानपुर के ननर्वल थाना क्षेत्र के चकेरी पाल्हेपुर मार्ग स्थित पाली के पास बिजली गिरने से राजेंद्र नामक युवक की मौत हो गई। वहीं बेंहटा सकट का रहने वाला वंशी पाल झुलस गया। दोनों खेतों से सुबह 7 बजे घर वापस लौट रहे थे, तभी तेज कड़क के साथ बिजली गिरी और दोनों चपेट में आ गए। बिधनू के पिपरगवा गाँव में भी बिजली गिरने से एक की मौत हुई है। मुख्यमंत्री ने इनकी मौत पर शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए आर्थिक सहायता देने का भी ऐलान किया है।
पंजाब में भी ओलावृष्टि ने फसल पर डाला असर
इसी के साथ पंजाब के गुरदासपुर में भी बेमौसम बारिश की वजह से फसल की कटाई में देरी हो गई है। पंजाब के कुछ हिस्सों में गेहूँ के सुरक्षित भंडारण का काम किया जा रहा है। पंजाब के किसानों का कहना है कि यदि लगातार बारिश होती रही तो खड़ी फसल बर्बाद हो जाएगी। लॉकडाउन और बारिश ने उन्हें बुरी तरह से प्रभावित किया है।
वहीं लुधियाना में किसानों ने कहा कि बेमौसम बारिश और भीषण तूफान की वजह से खड़ी गेहूँ की फसल का 20-25 फीसदी हिस्सा बर्बाद हो गया है। आने वाले दो-तीन दिनों में फसल की कटाई होनी थी। गौरतलब है कि पंजाब में 15 अप्रैल से गेहूँ की खरीद का काम शुरू हुआ है।
इससे पहले योगी सरकार ने 11 लाख मजदूरों के खाते में ₹1-1 हजार डालकर 4 लाख शहरी वेंडर्स को भी मदद पहुँचाई थी। इसके साथ ही सीएम ने घोषणा की थी कि देश में कहीं भी रहने वाले यूपी के गरीब मजदूरों के खाने-पीने का खर्च सरकार उठाएगी।