प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय ओलंपिक दल को 15 अगस्त को विशेष अतिथि के रूप में लाल किले पर आमंत्रित करेंगे। वह सभी खिलड़ियों से व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे और बातचीत भी करेंगे। मंगलवार (अगस्त 3, 2021) को ओलंपिक गेम्स का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जापान में नए भारत का बुलंद आत्मविश्वास दिख रहा है।
On 15th August, Prime Minister Narendra Modi will invite the entire Indian Olympics contingent to the Red Fort as special guests. He will also personally meet and interact with all of them around that time.#Olympics pic.twitter.com/Sw0rbENdVb
— ANI (@ANI) August 3, 2021
पीएम मोदी ने कहा, “इस बार ओलंपिक में भारत के अब तक के सबसे अधिक खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया है। ये 100 साल की सबसे बड़ी आपदा से जूझते हुए किया गया है। कई तो ऐसे खेल हैं जिनमें हमने पहली बार क्वालीफाई किया है। सिर्फ क्वालीफाई ही नहीं किया, बल्कि कड़ी टक्कर भी दे रहे हैं।”
In this Olympics, self-confidence of New India is visible in every game. Our players are challenging their higher-ranked opponents. The morale, dedication & zeal of Indian players are very high. This self-confidence comes when the right talent is identified & encouraged: PM Modi
— ANI (@ANI) August 3, 2021
उन्होंने आगे कहा, “इस ओलंपिक में हर खेल में न्यू इंडिया का आत्मविश्वास दिखता है। हमारे खिलाड़ी अपने उच्च रैंकिंग वाले विरोधियों को चुनौती दे रहे हैं। भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल, समर्पण और जोश काफी ऊँचा है। यह आत्मविश्वास तब आता है जब सही प्रतिभा की पहचान की जाती है और प्रोत्साहित किया जाता है।”
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर एक बार फिर से हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष संसद के मॉनसून सत्र को सही ढंग से चलने नहीं दे रहा है। मंगलवार को बीजेपी सांसदों की एक बैठक में पीएम ने विपक्ष के इस रवैये को संसद, संविधान, लोकतंत्र और जनता का अपमान बताया। एक हफ्ते में यह दूसरी बार है जब प्रधानमंत्री ने पेगासस, कोविड प्रबंधन, कृषि कानून समेत कई मुद्दों पर संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही में व्यवधान डालने को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है।
BJP संसदीय दल की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद में विपक्ष के हंगामे को लेकर कहा कि यह लोकतंत्र और जनता दोनों का अपमान है। बता दें कि मंगलवार को ही राहुल गाँधी के नेतृत्व में विपक्षी दल नाश्ते पर मिले और अपना विरोध दर्ज कराने के लिए साइकिल से संसद पहुँचे।