उत्तर प्रदेश के बदायूँ में महिला के साथ गैंगरेप के बाद हत्या के मामले में योगी सरकार एक्शन में है। बदायूँ गैंगरेप मामले के मुख्य आरोपित को पकड़ने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने STF को आदेश दिया है। साथ ही घटना का संज्ञान लेते हुए इस संबंध में ADG से रिपोर्ट माँगी है। सीएम योगी ने आरोपितों पर NSA के तहत कार्रवाई का भी आदेश दिया।
CM Yogi Aditynath has taken cognisance of the Badaun rape incident and has directed to take strict action against the acussed in the case: Uttar Pradesh CMO
— ANI UP (@ANINewsUP) January 6, 2021
उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने कहा, “मुख्यमंत्री जी ने बदायूँ की घटना का संज्ञान लिया है, इस संबंध में ADG से रिपोर्ट माँगी है। निर्देश दिए गए हैं कि अगर एसटीएफ को भी लगाना पड़े तो उन्हें लगाकर जल्द घटना की जाँच की जाए और त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाई जाए।” इसके साथ ही सीएम योगी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। वहीं पीड़ित परिवार की मदद का भी आदेश दिया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने बदायूं की घटना का संज्ञान लिया है, इस संबंध में ADG से रिपोर्ट मांगी है। निर्देश दिए गए हैं कि अगर STF को भी लगाना पड़े तो उन्हें लगाकर जल्द घटना की जांच की जाए और त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाई जाए: उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव सूचना pic.twitter.com/vutL8UtqXW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 6, 2021
बदायूँ में हुए सामूहिक दुष्कर्म के बाद महिला की हत्या के मामले में एसएसपी संकल्प शर्मा ने उघैती एसएचओ राघवेंद्र प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया है। ADG प्रशांत कुमार ने घटना की जानकारी देते हुए कहा, “पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आते ही जैसे ही प्रकरण SP के संज्ञान में आया, तत्काल त्वरित कार्रवाई की गई। इंस्पेक्टर को भी निलंबित किया गया। 2 अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया गया है, फरार अभियुक्त पर इनाम की घोषणा की गई है।”
We have arrested two of three accused based on the complaint of victim’s husband. The main accused is on run. Inspector incharge has been suspended for not taking timely action. As per govt’s order, STF will join the case: Prashant Kumar, ADG Law & Order on Badaun rape incident pic.twitter.com/wfrW3UZfPZ
— ANI UP (@ANINewsUP) January 6, 2021
इसके अलावा सीएम योगी ने मुरादनगर श्मशान घाट में हुए हादसे को लेकर भी अपनी नाराजगी जाहिर की है। बुधवार (जनवरी 06, 2020) को गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पहुँचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुरादनगर में श्मशान घाट की गैलरी हादसे के मामले की जाँच एसआइटी से कराने के निर्देश दिए हैं।
CM Yogi Adityanath has directed for constitution of Special Investigation Team (SIT) to investigate the Muradnagar (Ghaziabad) incident: Uttar Pradesh CMO
— ANI UP (@ANINewsUP) January 6, 2021
राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले पर लिया संज्ञान
बदायूँ जिले में महिला से गैंगरेप की खबर पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी संज्ञान में लिया है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बताया कि उनकी तरफ से एक चिट्ठी लिखने के साथ-साथ बुधवार को ही एक सदस्य बदायूँ जा रही हैं। वे परिवार और पुलिस से मिलेंगी। देखेंगी कि महिला से गैंगरेप के मामले में कार्रवाई ठीक से हुई है या नहीं। अगर हुई है तो कितनी?
We’ve taken cognisance of the matter. One NCW member is going to the spot to investigate the matter to meet the family and the police and take an exact stock of the situation: Rekha Sharma, Chairperson, National Commission for Women, on alleged gangrape in Badaun, UP pic.twitter.com/JfaOHkpiWm
— ANI (@ANI) January 6, 2021
गौरतलब है कि यूपी के बदायूँ जिले के उघैती में पूजा करने गई 50 वर्षीय आंगनबाड़ी सहायिका की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम के मुताबिक महिला के साथ केवल गैंगरेप ही नहीं किया गया बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गई और उसके भीतर के अंगों (आंँतों) को भी फाड़ दिया गया।
उसकी बाईं पसली, बायाँ पैर और बायाँ फेफड़ा भी वजनदार प्रहार से क्षतिग्रस्त कर दिया गया। शव का पोस्टमार्टम करते हुए स्वयं तीन महिला डॉक्टरों का पैनल हैरान हो गया। जाँच में उन्होंने पाया कि वारदात को अंजाम देने वाले आरोपितों ने पहले महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड घुसाई और जब खून तेजी से बहने लगा तो उसे रोकने के लिए उन्होंने गुप्तांग में कपड़े व रुई घुसा दी। घटनास्थल पर महिला के सारे कपड़े खून से सने मिले थे।
इस घटना को लेकर महिला के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि वह सूचित किए जाने के बावजूद घटनास्थल पर समय से नहीं पहुँचे। और जब पहुँचे तब शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। वहीं घटना को लेकर पुलिस महकमे पर सवाल उठने लगे है। इस घटना से पुलिस महकमे की जमकर छीछालेदर हुई।