फासीवाद का रोना रोने वाले आम आदमी पार्टी और कॉन्ग्रेसी नेता और समर्थक मुंबई पुलिस द्वारा अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर जश्न मनाते हुए नजर आ रहे हैं। बता दें कि सत्ता में बैठे उद्धव सरकार के इशारे पर मुंबई पुलिस के अधिकारी AK-47 के साथ अर्णब के घर, उन्हें गिरफ्तार करने पहुँचे।
कथित तौर पर उन्होंने न सिर्फ रिपब्लिक चीफ अर्णब के बाल खिंचे बल्कि उनके बेटे को भी मारा और उनके ससुराल वालों से बद्तमीजी भी की। यह गिरफ्तारी पुलिस ने अदालत द्वारा बंद किए गए 2018 के केस में की है।
वहीं एक पत्रकार की गिरफ्तारी की निंदा करने के बजाय, कॉन्ग्रेस और आम आदमी पार्टी के समर्थक और नेता इस मामले में खुश होते हुए नजर आए।
Arnab Goswami deserves zero sympathy. That’s the tweet. #ISupportMumbaiPolice
— Akshay Marathe (@AkshayMarathe) November 4, 2020
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता ने ट्विटर पर कहा कि अर्णब किसी भी प्रकार से सहानुभूति के हकदार नहीं हैं। यह कह कर उन्होंने मुंबई पुलिस द्वारा किए गए बल प्रयोग को भी सही ठहराया। इसके अलावा कॉन्ग्रेसी नेताओं ने अर्णब की गिरफ्तारी का श्रेय भी लिया।
In April, all of India’s Congress workers, leaders & volunteers demanded #ArrestArnab for his lies about Smt. Sonia Gandhi in Palghar case
— Srivatsa (@srivatsayb) November 4, 2020
Today, Arnab is being sent behind bars after being caught in TRP Scam.
“The arc of the moral universe is long, but it bends toward justice”
अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी का श्रेय लेने की होड़ में कॉन्ग्रेसी नेता इतना खो गए कि उन्होंने 2018 आत्महत्या के मामले में हुए उन्मूलन के बारे में गलत सूचना फैलाना शुरू कर दिया।
गौरव पांडे और रुचिरा चतुर्वेदी जैसे कॉन्ग्रेसी नेताओं ने 2018 में आत्महत्या मामले की रिपोर्ट का हवाला भी दिया। हालाँकि इन लोगों ने मुंबई पुलिस द्वारा दायर क्लोजर रिपोर्ट के बारे में बताना सही नहीं समझा।
In April, all of India’s Congress workers, leaders & volunteers demanded #ArrestArnab for his lies about Smt. Sonia Gandhi in Palghar case
— Srivatsa (@srivatsayb) November 4, 2020
Today, Arnab is being sent behind bars after being caught in TRP Scam.
“The arc of the moral universe is long, but it bends toward justice”
अन्य लोगों ने भी अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी की खुशी मनाई।
#ArnabGoswami is nothing short of a criminal. No sympathies.
— Hasiba | حسيبة 🌈 (@HasibaAmin) November 4, 2020
Turns out 2020 isn’t all that bad after all.
— Hasiba | حسيبة 🌈 (@HasibaAmin) November 4, 2020
इस मामले में राहुल गाँधी के प्रशंसक ने भी मुंबई पुलिस की सराहना की।
Well done @MumbaiPolice. Proud of you. This case was brushed under the carpet by then BJP govt. https://t.co/a2jJx98WQB
— Sanjukta Basu (@sanjukta) November 4, 2020
I do not condemn anything. Proud of Mumbai Police. https://t.co/TlXEBjphmH
— Sanjukta Basu (@sanjukta) November 4, 2020
फ्रीडम ऑफ स्पीच का हवाला देते हुए हमेशा से मातम मनाने वाले भी इस मामले में जश्न मनाने में पीछे नहीं दिखे।
Just Checked. No Indian News Channel is playing Arnab’s arrest this morning.
— Anubhav Sinha (@anubhavsinha) November 4, 2020
They don’t know what to say. Hahahahahahaha.
मुखौटा पहनकर प्रोपेगैंडा फैलाने वाले फैक्टचेकर भी अर्णब की गिरफ्तारी पर अपने फ्रीडम ऑफ स्पीच की लड़ाई भूलते हुए नजर आए।
Those who are claiming or suggesting that Arnab Goswami is a journalist are actively spreading misinformation.
— Pratik Sinha (@free_thinker) November 4, 2020
No one “assaulted” him. The police arrested him following procedures by the textbook. This is not UP.
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) November 4, 2020
Beautiful Wednesday morning thanks to Mumbai Police 🤗 https://t.co/kO6QjCapp2
गौरतलब है कि अर्णब गोस्वामी ने खुद इस बात का खुलासा किया कि उन्हें जबरदस्ती ले जाया जा रहा और मुम्बई पुलिस ने उनसे और उनके परिजनों ने मारपीट की है। इसके बावजूद कॉन्ग्रेस समर्थक इन बातों से मुँह फेरते हुए पुलिस के इस कारनामे पर उनकी प्रशंसा करते हुए नजर आए।