अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोकने वाले दो अफ़सरों को जान से मारने की धमकी दी गई है। बीते दिनों प्रयागराज जा रहे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ में रोक दिया गया था, जिसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ के साथ नारेबाजी की थी।
बता दें कि अब अखिलेश यादव का रास्ता रोकने वाले एडीएम सिटी पूर्व वैभव मिश्रा और एक सर्किल ऑफ़िसर को सोशल मीडिया फे़सबुक पर जान से मारने की धमकी मिल रही है। अफ़सरों को मिल रही धमकी के बाद प्रशासन ने दोनों की सुरक्षा बढ़ा दी है।
फे़सबुक पर एडीएम सिटी पूर्व और सीओ की फोटो को टैग करते हुए धमकी दी गई है। अपशब्द लिखते हुए कहा गया है, ‘इन दो अफ़सरों का तो पक्का मर्डर होगा।’ इसके बाद लखनऊ के जिलाधिकारी ने एसएसपी से एडीएम को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।
क्या था पूरा मामला?
बीते मंगलवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर उड़ान भरने से रोक दिया गया था। अखिलेश इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रों के एक कार्यक्रम में भाग लेने नहीं जा रहे थे। ख़बर की मानें तो उस समय जब अखिलेश यादव गाड़ी से नीचे उतरे थे तो वहाँ मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें सल्यूट किया। लेकिन पास में खड़े लखनऊ एडीएम सिटी वैभव मिश्रा ने उन्हें सम्मान देते हुए नमस्ते किया।
तभी अखिलेश यादव ने एडीएम से पूछा कि कितने पढ़े-लिखे हो, इस पर कोई जवाब न देते हुए उन्होंने अखिलेश को समझाते हुए कहा कि आप प्लेन पर नहीं जा सकते। बताया जा रहा है कि उस दौरान अखिलेश के साथ मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने एडीएम वैभव मिश्रा को झिड़क दिया था। लेकिन इसके बावजूद वैभव मिश्रा अखिलेश को मनाने की कोशिश करते रहे। वैभव मिश्रा वही अधिकारी हैं जिन्हें अब जान से मारने की धमकी मिली है।
‘अखिलेश के जाने से बिगड़ी कानून-व्यवस्था’
मामले के बाद सीएम योगी ने कहा था कि अखिलेश के इलाहाबाद विश्वविद्यालय जाने से वहाँ की कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती थी। उन्होंने कहा था कि यूनिवर्सिटी ने खुद इस बारे में उनसे अनुरोध किया था कि सपा अध्यक्ष के दौरे से यहाँ छात्र संगठनों के बीच विवाद पैदा हो सकता है और कानून-व्यवस्था को लेकर हालात खराब हो सकते हैं।
UP CM on Akhilesh Yadav stopped at Lucknow Airport: SP should refrain from its anarchist activities. Allahabad University requested that Akhilesh Yadav’s visit may create law & order problem because of the dispute between student organisations. Hence the government took this step pic.twitter.com/hw8IhXU6ux
— ANI UP (@ANINewsUP) February 12, 2019