एग्जिट पोलों में महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनावों में लगातार दूसरी बार भाजपा की जीत और कॉन्ग्रेस की हार दिखने के बाद कॉन्ग्रेस के नेता फिर से EVM राग पर उतर आए हैं। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस नेता सिद्दरमैया ने आज (मंगलवार, 22 अक्टूबर, 2019 को) इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) के साथ ही चुनाव आयोग पर भी हमला बोला। इस संवैधानिक संस्था पर निशाना साधते हुए वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता ने इसे भारतीय जनता पार्टी के नियंत्रण में बताया।
कर्नाटक के हुबली कस्बे में मीडिया से बात करते हुए सिद्दरमैया ने कहा कि जब वे महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के लिए गए थे तो उन्होंने तेलंगाना के हैदराबाद से महाराष्ट्र के सोलापुर शहर तक का रास्ता पैदल ही तय किया था। इस यात्रा में सड़कों की स्थिति को उन्होंने “दयनीय” बताते हुए महाराष्ट्र से ही आने वाले केंद्रीय सड़क और हाईवे मंत्री नितिन गडकरी पर निशाना साधा।
इस उदाहरण की मदद से उन्होंने पिछले पाँच साल में कोई विकास कार्य न होने का आरोप लगाते हुए कहा, “…पता नहीं लोग उन्हें वोट कैसे दे रहे हैं। मुझे नहीं पता।” इसी में उन्होंने EVM का भी मुद्दा जोड़ दिया। बकौल सिद्दरमैया, “मुझे नहीं पता क्यों (भाजपा जीत रही है), मुझे ऐसा लगता है कि वे EVM का दुरुपयोग कर रहे हैं। भारत का निर्वाचन आयोग उनके नियंत्रण में है और उनके निर्देशों के हिसाब से चलता है।” उन्होंने साथ ही सीबीआई और ED के भी दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग के तथाकथित दुरुपयोग की तुलना उन दोनों से की।
सिद्दरमैया ने बैलेट पेपरों के इस्तेमाल की वकालत करते हुए कहा कि कई विकसित देश भी इनके इस्तेमाल की ओर लौट गए हैं। “जब लोगों ने इस पर शंका जाहिर कर दी है, तो आप (भाजपा) EVM आखिर क्यों चाहते हैं? चुनाव आयोग को निर्णय लेना है, जब सभी पार्टियों ने शंका जाहिर की है।”
उन्होंने जोड़ा, “नतीजे 24 अक्टूबर को आएँगे, हमें जनादेश को स्वीकार करना होगा, मुझे नहीं पता किस तरह का नतीजा वे देंगे।”
भाजपा पर चुनाव आयोग के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए उन्होंने सवाल किया कि आगामी 5 दिसंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनावों की तारीख की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता साथ ही तुरंत लागू क्यों नहीं की गई। “इसे आप क्या कहेंगे? इससे क्या नतीजा निकाला जा सकता है?” उन्होंने कर्नाटक की येद्दियुरप्पा सरकार पर भी कर्नाटक में हाल ही में आई बाढ़ से पीड़ित लोगों को राहत पहुँचाने में असफ़ल रहने का आरोप लगाया।