Monday, December 23, 2024
Homeराजनीति'नोबेल प्राइज वालों को हिजाब से दिक्कत नहीं, कुरान में लिखा है कि...': बुर्के...

‘नोबेल प्राइज वालों को हिजाब से दिक्कत नहीं, कुरान में लिखा है कि…’: बुर्के पर बोले ओवैसी – ‘मैं 24 घंटे मास्क में रह सकता हूँ’

"उन्होंने पाँच साल में मदरसों को एक पैसा भी नहीं दिया है। देवबंद एक स्कूल ऑफ थॉट हैं। यहाँ के जितने भी स्कॉलर हैं, वे भारत की जमीन से मोहब्बत करते हैं। इनका तालिबान और अफगानिस्तान से रिश्ता बताना गलत है।"

कर्नाटक के बुर्का विवाद से राजनीति गरमा गई है। हिजाब विवाद पर बुधवार (9 फरवरी, 2022) को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा, “हिजाब पहनकर फुटबॉल वर्ल्ड कप खेल सकते हैं, इंटरनेशनल बास्केटबॉल टूर्नामेंट में हिस्सा ले सकते हैं। आप क्या कर रहे हैं। आप बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ ने नारे के बीच देश को कहाँ लेकर जा रहे हो।”

हिजाब मुद्दे पर किसी भी राजनीतिक पार्टियों द्वारा बयान न दिए जाने पर ओवैसी ने आजतक से कहा कि इसको लेकर पार्टियों को बोलना चाहिए, किससे डर रहे हैं, अगर नहीं बोले तो 10 मार्च को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी की रैलियों में मुस्लिम महिलाएँ नकाब और हिजाब पहनकर जाती हैं। नड्डा जी की आरती उतारती हैं, तब सब अच्छा है। फिर नकाब और हिजाब पहनकर स्कूल-कॉलेज जाने पर पाबंदी क्यों? क्यों डबल डबल चेहरे बनाते हैं? जब उनसे कहा गया कि शैक्षणिक संस्थानों में ऐसा करने पर एक खाई बनती है, तो औवेसी ने कहा, “यमन की एक लड़की को नोबेल प्राइज मिला, वो भी हिजाब में हैं। यानी नोबेल प्राइज देने वालों को भी हिजाब से कोई ऐतराज नहीं है।”

उन्होंने कहा कि मैं 24 घंटे मास्क पहनकर रह सकता हूँ। जिस तरह मास्क पहनने का मकसद है कि कोविड से बचाव हो सके। उसी प्रकार नकाब पहनने का मकसद ये है, “कुरान में कहा गया है कि औरत ये करे और मर्द किसी गैर औरत को देखे तो अपनी नजरे झुका ले। अगर मैं एक महिला को घूर-घूर कर लगातार देखे जा रहा हूँ तो वो गुनाह है।”

उनसे पूछा गया कि तीन तलाक पर आप कुछ भी बोलना नहीं चाहते थे और हिजाब मुद्दे पर बढ़ चढ़कर बोल रहे हैं। इस पर औवेसी ने कहा कि तीन बार संसद में तीन तलाक का कानून लाया गया, तब हम ही बोल रहे थे और कोई दूसरा नहीं बोला। उन्होंने कहा, “एक बच्ची की बहादुरी की तारीफ करना कोई बुरी बात नहीं है। हम कह रहे हैं कि अगर वो बच्ची मुस्कान नहीं होती, लक्ष्मी होती तो भी मैं उसकी तारीफ करता। किसी भी लड़के को अधिकार नहीं है कि वो किसी लड़की को जाकर इस तरह से घेरे। ये तो आप गुंडागर्दी कर रहे हैं। आप कैसे किसी महिला के खिलाफ ऐसे कर सकते हैं। वो किसी की बेटी किसी की औलाद है, उसे घेर के ऐसे नारे नारे नहीं लगा सकते है।”

इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “उन्होंने पाँच साल में मदरसों को एक पैसा भी नहीं दिया है। देवबंद एक स्कूल ऑफ थॉट हैं। यहाँ के जितने भी स्कॉलर हैं, वे भारत की जमीन से मोहब्बत करते हैं। इनका तालिबान और अफगानिस्तान से रिश्ता बताना गलत है।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -