Monday, December 23, 2024
Homeराजनीतिविधानसभा में हुए पत्नी के अपमान से आहत चंद्रबाबू नायडू ने खाई सदन में...

विधानसभा में हुए पत्नी के अपमान से आहत चंद्रबाबू नायडू ने खाई सदन में न घुसने की कसम, फूट-फूटकर रोए: देखें वीडियो

पूर्व सीएम ने कहा, "पिछले ढाई साल से मैं अपमान सह रहा हूँ लेकिन चुप रहा। आज उन्होंने मेरी पत्नी को भी निशाना बनाया है, मैं हमेशा सम्मान के लिए और सम्मान के साथ रहा, मैं इसे और नहीं सह सकता।"

आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलगु देशम पार्टी (TDP) अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू विजयवाड़ा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भावुक होकर खूब रोए। वह विधानसभा सत्र में हुए अपने पत्नी नारा भुवनेश्वरी के अपमान से आहत थे। इस दौरान उन्होंने कसम खाई कि अब वो सत्ता में लौटने के बाद ही विधानसभा में कदम रखेंगे, उससे पहले नहीं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि आज की विधानसभा कार्यवाही में उनके ऊपर निजी हमले हुए। उनका कहना है कि YSRCP के विधायकों ने उनके परिवार और पत्नी के ख़िलाफ़ अपशब्द बोले। उनका चरित्र हनन किया। अपनी बात रखते हुए चंद्रबाबू नायडू इतने भावुक हो गए कि वो फूट-फूट कर रोने लगे। 

उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी को लेकर जो अपशब्द बोले गए वो उससे दुखी हैं। उन्होंने कहा, “पिछले ढाई साल से मैं अपमान सह रहा हूँ लेकिन चुप रहा। आज उन्होंने मेरी पत्नी को भी निशाना बनाया है, मैं हमेशा सम्मान के लिए और सम्मान के साथ रहा, मैं इसे और नहीं सह सकता।”

बता दें कि आज विधानसभा सदन की कार्यवाही में निजी हमलों के कारण चंद्रबाबू नायडू सदन से निकलकर बाहर आ गए थे और इसके बाद वह सीधे पार्टी मुख्यालय गए। यहाँ उन्होंने कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इसी बीच जब उनसे सवाल पूछे गए तो वह अपने आँसू नहीं रोक पाए और खूब रोए।

नायडू बोले, “मेरी पत्नी की राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं रही। 40 साल का मेरा पॉलिटिकल करियर हो या फिर उनके पिता NTR जब मुख्यमंत्री रहे और मैं भी सीएम रहा, लेकिन मेरी पत्नी ने कभी भी राजनीति में रुचि नहीं ली। शायद ही कभी ऐसा हुआ होगा जब प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उन्हें मेरे साथ मौजूद रहना पड़ा होगा। उन्होंने पूरा जीवन मुझे आगे बढ़ाने में खपा दिया लेकिन आज उनका चरित्र हनन किया गया। उन्हें ये भी नहीं पता कि टीडीपी में कौन क्या है।”

वह बोले, “मैंने अपने पूरे राजनीतिक करियर में ऐसी बयानबाजी का सामना नहीं किया। जीवन में कई उतार-चढ़ाव जरूर आए लेकिन विपक्ष की ओर से ऐसे बयान किसी भी मर्यादा के विरुद्ध हैं। हम भी सरकार में थे। आज विपक्ष हैं। लेकिन हमारे नेताओं ने कभी ऐसा बर्ताव नहीं किया।”

बता दें कि एक ओर जहाँ चंद्रबाबू नायडू सदन में न आने की शपथ ले चुके हैं। वहीं दूसरी ओर वाईएसआर कॉन्ग्रेस के सदस्यों ने ऐसी प्रतिक्रिया को और नायडू की प्रतिज्ञा को नाटक बताया। इस बीच नायडू के समर्थक श्रीनिवासुलु ने आधा सिर और मूंछ कटवा लिया है। उसका कहना है कि जबतक चंद्रबाबू की सरकार नहीं बन जाती, वो ऐसे ही रहेगा। टीडीपी नेता ने अपने गले में एक स्लेट भी लटकाई है। इसमें लोगों से नायडू को फिर से वोट देने की बात कही गई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -