आंध्र प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष कोडेला शिवा प्रसाद राव ने फाँसी लगा कर आत्महत्या कर ली। भ्रष्टाचार और अवैध वित्तीय लेनदेन में कोडेला और उनका परिवार आरोपित था। उन्होंने अपने हैदराबाद स्थित आवास पर ख़ुदकुशी की। ये घटना सोमवार (सितम्बर 16, 2019) सुबह की है। कोडेला, उनके बेटे और बेटी के ख़िलाफ़ जगन मोहन रेड्डी सरकार के सत्ता संभालने के बाद के बाद भ्रष्टाचार के कई मामले दर्ज किए गए थे।
72 वर्षीय पूर्व विधानसभाध्यक्ष को हैदराबाद के बसवा तारक्रम अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। 2014 से 2019 तक विधानसभा के स्पीकर रहे कोडेला शिवा प्रसाद राव 6 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके थे और टीडीपी के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे। एनटी रामराव और चंद्रबाबू नायडू की सरकार में वह मंत्री भी रहे थे। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और भाजपा ने टीडीपी नेता के निधन पर शोक जताया।
भाजपा ने कहा कि पूर्व स्पीकर कई मृत्यु आंध्र प्रदेश में फिलहाल चल रही द्वेषपूर्ण और घृणयुक्त राजनीति का प्रमाण है। टीडीपी तेलंगाना के अध्यक्ष ने कहा कि कोडेला के मृत शरीर की गर्दन पर निशान बना हुआ था। अप्रैल में विधानसभा चुनाव के दौरान कोडेला ने आरोप लगाया था कि वाईएसआरसीपी के लोगों ने उन पर हमला किया। हालाँकि, जगन रेड्डी ने उन पर बूथ कब्जाने का आरोप लगाया था।
Andhra Pradesh Chief Minister YS Jagan Mohan Reddy expresses grief over the death of former Andhra Pradesh Speaker, Kodela Siva Prasada Rao and conveyed his condolences to the bereaved family members. (ANI)
— Times of India (@timesofindia) September 16, 2019
इससे पहले आंध्र प्रदेश विधानसभा से गायब फर्नीचर कोडेला शिवा प्रसाद राव के दफ्तर और उनके बेटे के शोरूम से मिले थे। शोरूम में कम से कम 70 ऐसी चीजें थीं, जिन्हें विधानसभा से चुरा कर लाया गया था। हालाँकि, विधानसभा अधिकारियों ने जिन चीजों की सूची दी थी, उनकी संख्या इससे कम ही थी। पूर्व विधानसभाध्यक्ष के ख़िलाफ़ धारा 409 (लोक सेवक या बैंक कर्मचारी, व्यापारी या अभिकर्ता द्वारा विश्वास का आपराधिक हनन) और धारा 411 (चुराई हुई संपत्ति को बेईमानी से प्राप्त करना) के तहत मामला दर्ज किया गया था।