Monday, November 18, 2024
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बेंगलुरु दंगों में MLA का घर जलवाने के लिए पूर्व मेयर और कॉन्ग्रेसी नेता संपत राज को नोटिस: फरार है, पुलिस पड़ी है पीछे

पूर्व मेयर संपत राज पर बेंगलुरु के दंगों के दौरान विधायक श्रीनिवास मूर्ति के घर को जलाने के लिए भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया गया है। संपत राज अस्पताल में भर्ती थे लेकिन अब फरार हैं। पुलिस उनकी खोज में...

आतंकवाद विरोधी सेल ने ब्रुहट बेंगलुरु महानगर पालिक (बीबीएमपी) के पूर्व मेयर और कॉन्ग्रेस नेता संपत राज को नोटिस भेजा है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक उनसे सहायक संयुक्त आयुक्त बीआर वेणुगोपाल के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।

बता दें कि डीजे होली वार्ड के पूर्व मेयर संपत राज पर 11 अगस्त को बेंगलुरु के दंगों के दौरान कवेल बिसरांड्रा में विधायक आर अखंडा श्रीनिवास मूर्ति के घर को जलाने के लिए भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया गया है।

केंद्रीय अपराध शाखा (Central Crime Branch) ने सोमवार (अक्टूबर 12, 2020) को अगस्त, 2020 में बेंगलुरु के डीजे होली और केजी हल्ली क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर हुए दंगों के संबंध में एक प्रारंभिक आरोप पत्र दायर किया। 850 पन्नों के आरोप पत्र में 52 लोगों के नाम आरोपित के रूप में शामिल हैं। आरोप पत्र में दो कॉन्ग्रेस नगरसेवकों- पूर्व मेयर संपत राज और जाकिर हुसैन को क्रमशः आरोपित नंबर 51 और 52 बताया गया।

राज से पहली बार अगस्त में पूछताछ की गई थी। लेकिन जब पुलिस ने उन्हें फिर से पूछताछ के लिए उपस्थित होने के लिए कहा, तो उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 

पुलिस ने पूर्व महापौर को छुट्टी देने से पहले उन्हें सूचित करने के लिए अस्पताल को एक नोटिस दिया था। हालाँकि, राज 30 अक्टूबर को ही अस्पताल से गायब हो गए। केंद्रीय अपराध शाखा (CCB) की विशेष टीमें शहर और आसपास के जिलों में उनका पता लगाने की कोशिश कर रही हैं।

पुलिस को संपत राज के फरार होने की जानकारी उस समय मिली, जब हिंसा की जाँच कर रहे एसीपी वेणुगोपाल उससे मिलने के लिए अस्पताल पहुँचे। वेणुगोपाल ने संपत राज की फरारी की पुष्टि करते हुए कहा था , “हाँ वह फरार है और हम उसकी तलाश कर रहे हैं।”

पुलिस के मुताबिक, वेणुगोपाल ने 7 अक्तूबर को अस्पताल प्रशासन को नोटिस भेजकर संपत राज को डिस्चार्ज करने से पहले पुलिस को जानकारी देने का निर्देश दिया था। लेकिन अस्पताल ने बिना पुलिस को सूचित किए ही संपत राज को डिस्चार्ज कर दिया। पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन को एक और नोटिस जारी करते हुए जवाब माँगा है। 

बता दें कि 11 अगस्त को 3000 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने कॉन्ग्रेस विधायक आर अखंड श्रीनिवास मूर्ति, उनकी बहन और डीजे हल्ली व केजी हल्ली पुलिस थानों में आग लगा दी थी। भीड़ सोशल मीडिया पर विधायक के एक रिश्तेदार की तरफ से अपलोड की गई भड़काऊ पोस्ट को लेकर नाराज थी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि एक घायल की मौत बाद में अस्पताल में हो गई थी।

अक्तूबर की शुरुआत में पुलिस ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल करते हुए संपत राज को भीड़ को भड़काकर विधायक की राजनीतिक हत्या करने के प्रयास का आरोपित बनाया था। पुलिस ने इस मामले में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के नेता मुजम्मिल पाशा समेत 400 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी भी जाँच कर रही है और दो साजिशकर्ता गिरफ्तार कर चुकी है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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