क्रिसमस (Christmas) के मौके पर समुदाय विशेष में अपना जनाधार बढ़ाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने समाचार पत्रों में विज्ञापन देकर जनता के पैसे की बर्बादी करने का आरोप लगा है। दरअसल, केजरीवाल ने यह विज्ञापन क्रिसमस के मौके पर शनिवार (25 दिसंबर 2021) के समाचार पत्रों में दिया है। इसको देखकर सोशल मीडिया (Social Media) पर लोग उनकी तीखी आलोचना कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर ऐक्टिविस्ट विजय पटेल ने एक ट्विटर थ्रेड के जरिए दिल्ली सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘मेरी क्रिसमस’ के विज्ञापनों के स्क्रीनशॉट साझा किए। इनमें साफ देखा जा सकता है कि केजरीवाल सरकार ने न केवल राष्ट्रीय दैनिक अखबारों में, बल्कि कई क्षेत्रीय अखबारों में भी फ्रंट पेज ऐड दिए हैं। इसकी आलोचना करते हुए यूजर ने लिखा, “एडमैन केजरीवाल दिल्ली के करदाताओं के करोड़ों रुपए दूसरे राज्यों में बर्बाद कर रहे हैं। कृपया अपना स्थानीय समाचार पत्र भी देखें!”
#AdMan Kejriwal is wasting crores of Delhi taxpayer’s money in other states.
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) December 25, 2021
Please check your local newspaper too! pic.twitter.com/LLHgWUuCcJ
पटेल के थ्रेड्स को खोलने पर पता चला कि इसी तरह के विज्ञापन केजरीवाल द्वारा छत्तीसगढ़ और पंजाब के स्थानीय भाषाओं के अखबारों को भी दिए गए हैं।
#AdManKejriwal in Chhattisgarh pic.twitter.com/CAX9QmE9Qd
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) December 25, 2021
यूजर ने हिंदी दैनिक ‘दैनिक जागरण’ के उत्तर प्रदेश के हर संस्करण में अरविंद केजरीवाल का विज्ञापन फ्रंट पेज पर छापा गया है।
#AdManKejriwal in UP pic.twitter.com/xbA4IXiRCi
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) December 25, 2021
ये केवल नॉर्थ इंडिया में ही नहीं, बल्कि इसी तरह के विज्ञापन गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान के अखबारों में भी छपे हैं।
नेटिजन्स ने पैसा बर्बाद करने पर की अरविंद केजरीवाल की आलोचना
केजरीवाल द्वारा टैक्सपेयर्स के पैसे की बर्बादी करने पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए ट्विटर यूजर (@WokePandemic) ने अरविंद केजरीवाल सरकार पर कटाक्ष किया। उन्होंने लिखा, “केजरीवाल विज्ञापन पर सैकड़ों करोड़ रुपए खर्च करके अखबार उद्योग को अकेले ही बचा रहे हैं। हकीकत में वो ही लोकतंत्र के स्तंभों में से एक का समर्थन कर रहे हैं। लेकिन नफरत करने वाले नफरत करते रहेंगे।”
एक अन्य यूजर विक्रांत ने बताया कि किस तरह से क्रिसमस के मौके को भुनाने के लिए अरविंद केजरीवाल सभी गुजराती अखबारों में फुल पेज ऐड दे रहे हैं। यूजर ने लिखा, “एक नहीं बल्कि सभी गुजराती अखबार। हैरानी की बात है कि किसी स्थानीय नेता का नाम या फोटो नहीं है, केवल महामहिम सर अरविंद केजरीवाल की तस्वीर है।”
वहीं, दूसरे यूजर ने अरविंद केजरीवाल के उस ढोंग का पर्दाफाश किया, जिसमें उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार की कथित ‘विज्ञापनों पर अधिक खर्च’ के लिए आलोचना की थी।
ट्विटर यूजर शेसान रंगनाथन ने केजरीवाल से सवाल किया, “किस आधार पर दिल्ली के टैक्सपेयर्स के पैसे से गुजरात में क्रिसमस की बधाईयाँ दी जा रही हैं। ये या तो केजरीवाल का प्रचार है या फिर नरेंद्र मोदी को भड़काने के लिए फुल पेज ऐड दिए गए हैं।”
इस साल पहले तीन महीने में केजरीवाल सरकार ने खर्च किए ₹150
इसी साल की शुरुआत में एक 8 अप्रैल 2021 को RTI के जरिए इस बात का खुलासा हुआ था कि केजरीवाल सरकार ने जनवरी 2021 से मार्च 2021 तक विभिन्न प्रकार के विज्ञापनों पर ₹150 करोड़ खर्च किए हैं। एक ट्विटर यूजर आलोक भट्ट द्वारा शेयर किए गए आरटीआई से पता चला है कि जनवरी 2021 में AAP सरकार द्वारा विज्ञापनों पर 32.52 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे, फरवरी 2021 में 25.33 करोड़ रुपए और मार्च 2021 में 92.48 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे।
अगर इस खर्च को प्रतिदिन के हिसाब से देखें तो यह औसतन 1.67 करोड़ रुपए प्रतिदिन हो रहा है। यह सब उस दौरान किया गया कोरोना की दूसरी लहर के कारण राष्ट्रीय राजधानी में स्वास्थ्य ढाँचा चरमरा गया था। इसमें कुल खर्च प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और इंटरनेट के माध्यम से विज्ञापन और प्रचारों में किया गया है। केजरीवाल सरकार ने बीते 2 साल में अपने प्रचार-प्रसार पर 800 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किया है।