Saturday, December 21, 2024
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असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- इस्लाम ने भारत को दिया लोकतंत्र का तोहफा, नेटिजन्स बोले- ये बढ़िया था… एक और सुनाओ

"हम अपना खजाना लेकर यहाँ आए। हमने अपने बंद दरवाजे खोल दिए और हमने सब कुछ दे दिया, और इस देश को इस्लाम ने जो सबसे अनुपम उपहार दिया, वह लोकतंत्र का उपहार था।"

एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने दावा किया है कि इस्लाम ने भारत को लोकतंत्र का तोहफा दिया।

इस वीडियो को न्यूज 24 ने ट्वीट किया था, जिसे असदुद्दीन ओवैसी ने भी रीट्वीट किया है। वीडियो में वह इस्लाम पर भाषण देते दिखाई दे रहे हैं। इस भाषण में ओवैसी ने कुछ किताबों का हवाला देते हुए कहा है, “इस देश में आए आखिरी तीन काफिले इस्लाम से थे। जो यहाँ आकर बस गए। जिस प्रकार गंगा और यमुना का उद्गम अलग-अलग स्थानों से होता है, लेकिन प्रकृति के नियम के कारण जब वे मिलती हैं, तो उसे संगम कहा जाता है। हम अपना खजाना लेकर यहाँ आए। हमने अपने बंद दरवाजे खोल दिए और हमने सब कुछ दे दिया, और इस देश को इस्लाम ने जो सबसे अनुपम उपहार दिया, वह लोकतंत्र का उपहार था।”

इससे पहले भी कई इस्लामिक लोग खाने-पीने की चीजों से लेकर कपड़ों तक को लेकर इसी तरह के दावे करते रहे हैं। लेकिन यह पहली बार हुआ है जब लोकतंत्र को लेकर इस तरह का दावा किया गया हो।

ओवैसी के इस दावे को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्रतिकिया देखने को मिल रहीं हैं। लोग यह पूछ रहे हैं कि यदि इस्लाम ने हिंदुस्तान को लोकतंत्र दिया तो फिर इस्लामिक देशों में लोकतंत्र क्यों नहीं है।

महेंद्र कुमार सिंह नामक यूजर ने लिखा है, “इस्लाम ने इस्लामी देशों में लोकतंत्र का तोहफा क्यों नहीं दिया? सभी मुस्लिम देश जैसे लेबनान, इराक, ईरान, सऊदी अरब, ओमान, कतर और तमाम देश आज भी तानाशाही और अधिनायकतंत्र (तानाशाही) की जंजीरों में जकड़े हुए हैं और वे कभी आजाद नहीं होंगे। इस्लाम ने कंजूसी क्यों की?”

अंश शर्मा नामक यूजर ने ट्वीट करते हुए पूछा, “फिर सभी इस्लामिक देशों में फलता-फूलता लोकतंत्र क्यों नहीं है?”

एक अन्य यूजर ने लिखा, “मुगल बादशाह को जो औरत पसंद आती थी उसके पति को उसे तलाक देना पडता था और वो औरत बादशाह के हरम में भेज दी जाती। वाह रे लोकतंत्र। जोक मत किया करो।”

एक अन्य यूजर ने लिखा, “भीखमंगे औवेसी भारत ने तुझे जमीन दी है कब्र में सोने के लिए, तू क्या लोकतंत्र देगा। बताओ एक भी मुस्लिम देश जहाँ लोकतंत्र है?”

कई नेटिजेन्स ने ओवैसी के इस बयान के लिए उनकी तुलना एक कॉमेडियन से करते हुए कहा है कि वह कॉमेडियन को टक्कर दे रहे हैं।

बता दें कि इससे पहले शनिवार (14 जनवरी 2023) को ओवैसी ने एक खबर शेयर की थी। इसमें दावा किया गया था कि ‘जय श्री राम’ का नारा नहीं लगाने पर कुछ लोगों ने ट्रेन में एक मुस्लिम युवक की पिटाई की है। हालाँकि, बाद में यह खबर झूठी पाई गई थी। यहाँ तक कि रेलवे पुलिस ने भी इसका खण्डन किया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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