एक तरफ़ बंगाल में जहाँ ममता बनर्जी द्वारा कॉन्ग्रेस पर चुनाव जीतने के लिए भाजपा की मदद लेने का आरोप लगाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर ओवैसी कॉन्ग्रेस पर आरोप मढ़ रहे हैं कि वो जनता में बीजेपी का डर दिखाकर लोगों से वोट की गुहार लगा रही है।
सोमवार (अप्रैल 15, 2019) को चुनाव प्रचार के दौरान बिहार के किशनगंज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दिन ओवैसी ने अपनी पार्टी के उम्मीदवार अख्तरुल इमान को वोट करने के लिए लोगों से अपील की।
इस दौरान उन्होंने वादा किया कि वह सीमांचल के सड़क से लेकर पुल-पुलिया का विकास तथा गरीबों की आवाज को सरकार तक पहुँचाने का काम करेंगे। साथ ही उन्होंने इस दौरान राहुल गाँधी, नरेंद्र मोदी और नीतीश पर जमकर निशाना साधा।
जनसभा को संबोधित करने के दौरान उन्होंने कॉन्ग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आज कॉन्ग्रेस भाजपा का डर दिखाकर कथित अल्पसंख्यकों से वोट माँग रही है, जबकि उसके खुद के शासन काल में भागलपुर के दंगे और बाबरी मस्जिद जैसी घटनाएँ हुईं थीं।
ओवैसी ने संसदीय सीट किशनगंज में अपनी पार्टी की रैली को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार की बिहार में जीत पर भी बात की। उन्होंने कहा, ”मैंने आप लोगों को 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान आगाह किया था कि तथाकथित महागठबंधन के वादों के झाँसे में ना आएँ, आपने ध्यान नहीं दिया था। आपने नीतीश कुमार को वोट दिया जो अब भाजपा की गोद में बैठे हैं आपको वही गलती दोबारा नहीं करनी चाहिए।”
इस दौरान उन्होंने जनता के समक्ष तीन तलाक मुद्दे पर की भी बात उठाई। ओवैसी ने दावा किया कि ट्रिपल तलाक का बिल लोकसभा जब पहुँचा था तो उस वक्त उन्होंने ही इसका विरोध किया था।
उन्होंने लोकसभा चुनावों को जनता के लिए सुनहरा मौका बताते हुए कहा कि यदि वहाँ की जनता अख्तरुल इमान को जिताकर लोकसभा तक भेजती है, तो वहाँ पर उनकी ताकत दोगुनी हो जाएगी। ओवैसी ने जनता से अपील की है कि इस बार गफलत का शिकार न हों। उनकी मानें तो जबसे नरेंद्र मोदी पीएम बनें हैं, तबसे गरीबों, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के मामले काफ़ी बढ़ोतरी हुई है।