प्रतिबंध के बावजूद बीबीसी की प्रोपेंगेंडा डॉक्यूेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर देश के कई हिस्सों में वामपंथियों का बवाल देखने को मिला है। पुदुच्चेरी, जादवपुर और हैदराबाद यूनिवर्सिटी में इसकी स्क्रीनिंग हुई है। TISS ने भी स्क्रीनिंग का ऐलान किया है। कई जगहों पर झड़प की भी खबर है। हैदराबाद यूनिवर्सिटी में एबीवीपी की ओर से ‘द कश्मीर फाइल्स’ दिखाई गई है।
डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर हैदराबाद विश्वविद्यालय लगातार चर्चा में रहा है। गुरुवार (26 दिसंबर 2023) को स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) ने विश्विद्यालय परिसर में बिना अनुमति डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की। इसका विरोध करने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने द कश्मीर फाइल्स की स्क्रीनिंग की। इस स्क्रीनिंग को लेकर हैदराबाद विश्वविद्यालय द्वारा कहा गया है कि कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई। वहीं, ABVP के छात्रों ने विश्वविद्यालय के गार्ड्स पर मारपीट का आरोप लगाया है।
प्रोग्रेसिव स्टूडेंट्स फोरम ने मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट और सोशल साइंसेज (TISS) में भी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री दिखाने का ऐलान किया है। प्रोग्रेसिव स्टूडेंट्स फोरम ने कहा है कि वह शनिवार (28 जनवरी 2023) को इसकी स्क्रीनिंग करेगा। हालाँकि टीआईएसएस मैनेजमेंट ने अब तक इसके लिए अनुमति नहीं दी है।
वामपंथी छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) ने अंबेडकर विश्विद्यालय में जामिया मिल्लिया इस्लामिया व जेएनयू के छात्रों समर्थन में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया। यह प्रदर्शन जामिया मिल्लिया इस्लामिया में डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के दौरान पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार (27 जनवरी 2023) को होना है।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में स्थित जादवपुर यूनिवर्सिटी में भी गुरुवार (26 जनवरी 2023) को डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग हुई। पुदुच्चेरी विश्वविद्यालय में स्क्रीनिंग के दौरान SFI और ABVP के बीच हिंसक झड़प में 5 छात्रों के घायल होने की खबर है। इससे पहले जेएनयू और जामिया में भी डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर विवाद देखने को मिला था।
दरअसल, इस डॉक्यूमेंट्री में BBC ने गुजरात दंगों का दोष वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर डालने की कोशिश की है। यही नहीं, उनकी छवि इस्लाम विरोधी भी दिखाने की कोशिश की है। दो पार्ट में बनाई गई BBC की इस सीरीज में प्रधानमंत्री मोदी और भारत के मुस्लिमों के बीच तनाव की बात कही गई है। बीबीसी ने मोदी सरकार के देश के मुस्लिमों के प्रति रवैए, कथित विवादित नीतियाँ, कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने और नागरिकता कानून को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं। BBC की डॉक्यूमेंट्री पर सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। सरकार के आदेश के बाद ट्विटर और यूट्यूब से डॉक्यूमेंट्री से संबंधित लिंक हटाए जा रहे हैं।