सीवी आनंद बोस ने कहा कि वो मुख्यमंत्री का सामाजिक बहिष्कार करेंगे। सामाजिक बहिष्कार का मतलब है कि वह मुख्यमंत्री के साथ कभी कोई मंच साझा नहीं करेंगे। साथ ही ऐसी किसी बैठक में शामिल नहीं होंगे, जिसमें मुख्यमंत्री मौजूद हों।
Governor Vows to Socially Boycott Mamata Banerjee, Calls Her Lady Macbeth of Bengal#MamataBanerjee #CVAnandaBose #WestBengalPolitics #LadyMacbeth #SocialBoycott #RGKarHospital pic.twitter.com/1en1xUQEhU
— Asianet Newsable (@AsianetNewsEN) September 13, 2024
सामने आई वीडियो में बोस कहते दिखे, “मुख्यमंत्री सुरक्षा देने की जगह विरोध कर रही हैं। बंगाल की लेडी मैकबेथ हुगली का सारा पानी इस गंदे हाथ को साफ नहीं कर सकता। सड़क पर हिंसा है। घर में हिंसा हुई कैंपस में हिंसा है, अस्पताल में हिंसा है, गाँव में हिंसा है, शहर में हिंसा है। हर जगह हिंसा है। लोगों को चुप करा दिया गया है…याद रखें, चुप्पी हिंसा है। लोग पूछ रहे हैं कौन रक्षा करेगा। ये जटिल और भ्रमित करने वाली स्त्री है। जब तक बंगाल के लोगों को न्याय नहीं मिलता मैं मुख्यमंत्री का सामाजिक बहिष्कार करूँगा।”
कौन है लेडी मैकबथ जिसकी तुलना बंगाल CM से की।
बता दें कि लेडी मैकबेथ जिनकी तुलना बंगाल सीएम से की गई है, वह मशहूर उपन्यासकार विलियम शेक्सपियर के प्ले ‘द ट्रेजेडी ऑफ मैकबेथ’ की मुख्य किरदार है। इस प्ले में मैकबेथ को राजा का सिंहासन हासिल करने के लिए अपने पति को उकसाते और राजा की मौत की साजिश रचते देखा जाता है। इसके अलावा ये भी देखने को मिलता है कि कैसे ताकत बढ़ने के साथ मैकबेथ के अत्याचार भी बढ़ते हैं। मैकबेथ का मकसद स्कॉटलैंड पर रानी बनकर राज करना था, लेकिन उसकी इन महत्वकांक्षाओं के कारण उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी और धीरे-धीरे वह अपराध बोध से भरने लगी।
इन्हीं मैकबेथ के चरित्र की तुलना बंगाल सीएम से की गई। सिर्फ गवर्नर ही नहीं उनकी आलोचना कई जगह हो रही है। इस बीच उन्होंने आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर की रेप-हत्या मामले में हड़ताल पर चल रहे डॉक्टरों से बात करने का प्रयास किया। हालाँकि डॉक्टरों ने उनसे बातचीत करने से इनकार कर दिया। इसके बाद वो कैमरे पर सामने आई। उन्होंने कहा– “कुछ लोग मेरी कुर्सी चाहते हैं। मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूँ मुझे सत्ता की भूख नहीं है।” उन्होंने हाथ जोड़कर जनता से माफी भी माँगी कि वो डॉक्टरों का समाधान लाने में विफल रहीं।