दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शराब घोटाले में फँसे हुए हैं। इस घोटाले से जुड़ी पूछताछ के लिए सीबीआई ने उन्हें सोमवार (17 अक्टूबर, 2022) को पेश होने के लिए कहा था। इस पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की तुलना भगत सिंह से की थी। इस तुलना को लेकर भगत सिंह के परिवार ने केजरीवाल से बयान वापस लेने के साथ ही माफी की माँग की है। वहीं, भाजपा ने भी इस बयान पर केजरीवाल से माफी की माँग की है।
अरविंद केजरीवाल के इस बयान पर भगत सिंह के परिवारिक सदस्य हरभजन एस दत्त ने कहा, “केजरीवाल का यह बयान न केवल भगत सिंह बल्कि सभी क्रांतिकारियों का अपमान है। वह सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की तुलना भगत सिंह से कैसे कर सकते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “भगत सिंह का जो मिशन था राजनीतिक खेल नहीं था बल्कि देश की जनता के लिए था। राजनीतिक खेल वाला आदमी कभी फाँसी पर नहीं चढ़ सकता। भगत सिंह ने अंग्रेजी हुकूमत के सिस्टम खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। ये लोग सिस्टम के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ रहे, बल्कि सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं। केजरीवाल को अपने इस बयान को वापस लेना चाहिए और माफी माँगनी चाहिए।”
#AAPMartyrCard
— TIMES NOW (@TimesNow) October 17, 2022
AAP comes in defense of DY CM Manish Sisodia. The party compared Sisodia to Bhagat Singh
Meanwhile, the family of Singh has asked party supremo Arvind Kejriwal to take back the statement
Listen to what the relative of Bhagat Singh, Harbhajan S Dhatt has to say pic.twitter.com/NjQuv8Bjwn
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने केजरीवाल के इस बयान पर कहा है कि पहले केजरीवाल ने कहा था कि सत्येंद्र जैन को भारत रत्न दिया जाना चाहिए और अब वह सिसोदिया की तुलना भगत सिंह से कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को भगत सिंह की तुलना दिल्ली में शराब के ठेके बाँटने वाले व्यक्ति से करने के लिए माफी माँगनी चाहिए।
संबित पात्रा ने यह भी कहा, “ऐसा लगता है कि एक नया चलन शुरू हो गया है। पूछताछ से पहले नेता सत्याग्रह के नाम पर राजघाट जाते हैं। भ्रष्टाचार और सत्याग्रह के बीच कोई संबंध नहीं है। यह भगत सिंह और महात्मा गांधी का स्पष्ट अपमान है।”
बता दें, दिल्ली की नई आबकारी नीति के अंतर्गत दिल्ली सरकार पर 144 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है। इसमें, सीबीआई ने मनीष सिसोदिया समेत 14 अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। इस एफआईआर में सिसोदिया आरोपित नंबर 1 हैं। इस बड़े घोटाले की जाँच में सीबीआई ने गत 18 अगस्त को मनीष सिसोदिया के घर समेत 31 जगहों पर छापेमारी की थी। इसके बाद, ईडी ने 7 अक्टूबर को दिल्ली समेत हैदराबाद और पंजाब में 35 ठिकानों पर छापेमारी की थी। यही नहीं, हाल ही में, शुक्रवार (14 अक्टूबर, 2022) को भी ईडी ने 25 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
गौरतलब है कि शराब घोटाले में यह पूरी कार्रवाई मुख्य सचिव की उस रिपोर्ट के आधार पर हो रही है, जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि दिल्ली सरकार के एक्साइज पॉलिसी में बड़ी हेराफेरी की गई है। यह रिपोर्ट करीब दो महीने पहले दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को सौंपी गई थी।
इस रिपोर्ट में जीएनसीटीडी एक्ट 1991 के साथ ही ट्रांजेक्शन ऑफ बिजनेस रूल्स 1993 और दिल्ली एक्साइज एक्ट 2009 तथा दिल्ली एक्साइज रूल्स 2010 के नियमों का उल्लंघन पाया गया था। इस रिपोर्ट में सीबीआई जाँच की भी सिफारिश की गई थी जिसके आधार पर अब सीबीआई कार्रवाई कर रही है।