जब भी बिहार की राजनीति की बात होती है, उसे जातीय समीकरणों के लिहाज से तौला जाता है। जंगलराज के पूर्व के अनुभवों की वजह से हर राजनीतिक फैसले की क्राइम फाइल खँगाली जाती है। नीतीश कुमार ने मंगलवार (16 अगस्त 2022) को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। इन दोनों मापदंडों पर उनकी उनकी नई कैबिनेट का भी विश्लेषण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित बिहार में कैबिनेट सदस्यों की कुल संख्या 33 है। इनमें लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों (तेजस्वी और तेज प्रताप) के अलावा चार यादव मंत्री राजद कोटे से हैं। जदयू ने इसी बिरादरी से बिजेंद्र यादव को मौका दिया है। जेडीयू, राजद और कॉन्ग्रेस के कोटे से चार मुस्लिम भी मंत्री बने हैं। राजद कोटे से बने दो मुस्लिम मंत्री विधान परिषद के सदस्य हैं। यानी, मंत्रिमंडल गठन में राजद ने ‘माई (मुस्लिम+यादव)’ के उस समीकरण का पूरा ध्यान रखा है जो लालू यादव का बनाया हुआ है।
राजद ने किसी ब्राह्मण को मंत्री नहीं बनाया है। न भूमिहारों को वैसा भाव दिया है, जैसा विपक्ष में रहते हुए हाल-फिलहाल में तेजस्वी यादव संदेश दे रहे थे। राजद कोटे से एक केवल एक भूमिहार एमएलसी कार्तिक सिंह को मंत्री बनाया गया है। यह चौंकाने वाला है, क्योंकि ‘भूरा बाल साफ करो’ वाली पार्टी पिछले कुछ समय से ‘भूमिहार का चूड़ा, यादव जी का दही’ का नारा दे रही थी। खुद तेजस्वी यादव राजद के ए टू जेड पार्टी होने का दावा कर रहे थे।
#BiharCabinetExpansion | Portfolios allocated – CM Nitish Kumar keeps Home Dept, Deputy CM Tejashwi Yadav gets Health Dept, Vijay Kumar Chaudhary gets Finance Dept. RJD leader Tej Pratap Yadav to be the Minister of Environment, Forest and Climate Change pic.twitter.com/UYpvzwzJgl
— ANI (@ANI) August 16, 2022
भूमिहार जाति से आने वाले जिस कार्तिक सिंह को मंत्री बनाया गया है, उनकी सबसे बड़ी ताकत बाहुबली अनंत सिंह का करीबी होना है। बताया जाता है कि नीतीश कुमार के पाला बदलने के बाद से ही अनंत सिंह अपने इस विश्वस्त के लिए जेल से लॉबिंग कर रहे थे। कार्तिक सिंह का मंत्री बनना इस सरकार में अनंत सिंह की अहमियत बताता है। हाल ही में अपनी विधायकी गँवाने वाले अनंत सिंह पिछले कुछ सालों से नीतीश सरकार के खिलाफ लगातार हमलावर थे। कई मौकों पर उन्हें इस सरकार के लिए अमर्यादित शब्द का प्रयोग करते हुए भी सुना गया। ऐसे ही एक मौके पर उन्होंने नीतीश कुमार की पुरानी सरकार को ‘%ड़े की सरकार’ बता दिया था।