तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में चल रही भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पारित किए गए प्रस्तावों और कार्यवाही को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में 2 बार राष्ट्रपति चुनाव का अवसर आया, भाजपा ने एक बार दलित को और एक बार जमीन से जुड़ी रही महिला आदिवासी को चुना।
उन्होंने बताया कि भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने गुजरात के 2002 दंगों पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी ऐतिहासिक बताते हुए याद दिलाया कि कैसे पीएम मोदी पर लगे आरोपों को सर्वोच्च न्यायालय ने झूठा और राजनीति से प्रेरित करार दिया। शाह ने आगे कहा कि आज विपक्ष बिखरा हुआ है, कॉन्ग्रेस में लोकतंत्र स्थापित करने के लिए उसके ही सदस्य लड़ाई कर रहे हैं, गाँधी परिवार डर के कारण अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं कर रहा है।
बकौल सीएम सरमा, केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि कॉन्ग्रेस को ‘मोदी फोबिया’ हो गया है और पार्टी देशहित के हर निर्णय का विरोध करने लगी है। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस पूरी तरह से हताशा और निराशा है। साथ ही याद दिलाया कि कैसे सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक, अनुच्छेद 370 खत्म करने, GST, आयुष्मान भारत, वैक्सीन और वैक्सीनेशन, CAA, राम मंदिर, ऐसे ही हर विषय में कॉन्ग्रेस केवल विरोध ही विरोध करते जा रही है।
सीरम सरमा ने बताया, “अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बाहरी और आंतरिक सुरक्षा मजबूत हुई है। रक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार हुआ है। अनुच्छेद 370 को हटाकर जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाया है। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तीन प्रमुख अंग हैं। 1- सभी नाम-अनाम आजादी के सिपाहियों का सम्मान होना। 2- सभी सरकारों को अपने कार्यों का लेखा जनता के सामने रखना। 3- आजादी के अमृत काल में हम सभी संकल्प लें कि भारत फिर से विश्वगुरु के पद पर प्रतिष्ठित हो।”