300 करोड़ रुपए के रिश्वत से जुड़े मामले में CBI ने मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक से पूछताछ की है। मामला तब का है, जब वो जम्मू कश्मीर के राज्यपाल हुआ करते थे। उसके बाद उन्हें गोवा में भी भेजा गया था। किसानों को भड़काने के लिए अपनी बयानबाजी के कारण विवादों में रहने वाले सत्यपाल मलिक से ‘केंद्रीय जाँच एजेंसी’ ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में पूछताछ की। उधर उन्होंने अखिलेश यादव को खुला समर्थन का ऐलान किया है।
दरअसल, पिछले वर्ष एक समारोह में बोलते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा था, “मैं श्रीनगर के दो मामलों के लिए प्रधानमंत्री के पास गया था। दोनों गलत थे, कैंसिल कर दिए। मुझे डेढ़-डेढ़ सौ करोड़ रुपए रिश्वत की पेशकश की गई थी। मुझे कुछ नहीं चाहिए। मैं 5 कुर्ते-पायजामे में आया था, उसी में चला जाऊँगा।” 17 अक्टूबर, 2021 को राजस्थान के झुंझनूं में ये कार्यक्रम हुआ था। सत्यपाल मलिक हाल ही में राज्यपाल पद से रिटायर हुए हैं।
उन्हें इस पद पर कोई एक्सटेंशन नहीं दिया गया और उनका कार्यकाल भी पूरा हो गया। इसके बाद उन्होंने खुद को फकीर बताते हुए कहा था कि उनके खिलाफ कोई जाँच नहीं हो सकती है, न कोई मुकदमा चल सकता है। सत्यपाल मलिक ने पहले आरोप लगाया था कि महबूबा मुफ़्ती-भाजपा सरकार में मंत्री रहे एक RSS से जुड़े शख्स की फाइल और अंबानी से जुड़ी एक फ़ाइल क्लियर करने के लिए उन्हें 300 करोड़ रुपए रिश्वत की पेशकश की गई थी।
“मैं किसी भी पार्टी में नहीं जाऊंगा, ना ही मैं चुनाव लडूंगा”
— News24 (@news24tvchannel) October 5, 2022
मेघालय के राज्यपाल पद से रिटायर होने के बाद सत्यपाल मलिक। pic.twitter.com/zpzh3Nx4pF
उन्होंने ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ के उक्त नेता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी करार दिया था। उनका कहना था कि दोनों मामलों में घोटाला था, इसीलिए उन्होंने ये फाइलें क्लियर नहीं की। हालाँकि, उस वक्त उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ़ करते हुए कहा था कि उन्होंने उनसे भ्रष्टाचार से कोई समझौता न करने को कहा था। हाल ही में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का हालचाल जानने मेदांता पहुँचे सत्यपाल मलिक ने 2024 लोकसभा चुनाव में सपा-रालोद गठबंधन के समर्थन का ऐलान करते हुए मोदी सरकार को किसान विरोधी बताया।