ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना की जाँच अब CBI करेगी। इसकी जानकारी खुद केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी, जो दुर्घटना के बाद से ही घटनास्थल पर डटे हुए हैं। कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी सही तीन ट्रेनों के आपस में टकराने के मामले में रविवार (4 जून, 2023) को रेलवे बोर्ड ने ‘केंद्रीय जाँच एजेंसी (CBI)’ जाँच की सिफारिश कर दी है। इस घटना में अब तक 275 लोगों की मृत्यु की आधिकारिक पुष्टि हुई है।
1100 लोग इस भीषण हादसे में घायल बताए जा रहे हैं। प्रशासनिक सूचनाओं को आधार बनाते हुए रेलवे बोर्ड ने इस पूरे मामले को CBI के पास भेजने का निर्णय लिया। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में पत्रकारों से बात करते हुए अश्विनी वैष्णव ने ये जानकारी दी। उन्होंने ये भी बताया है कि घटना के मूल कारण का पता लग गया है और जो ‘अपराधी’ इसमें शामिल हैं उनकी पहचान भी कर ली गई है। उन्होंने मरम्मत के कार्य का भी जायजा लिया।
कमिश्नर ऑफ रेल सेफ्टी (साउथ ईस्टर्न सर्कल) के द्वारा भी इस मामले की स्वतंत्र जाँच की जाएगी। शुरुआती जाँच के बाद अब इस जाँच रिपोर्ट का इंतजार है। ये कमीशन ही रेलवे संचालन की सेफ्टी के लिए जिम्मेदार होता है। CCRS के वर्तमान मुखिया शैलेश कुमार पाठक हैं, जो 1986 बैंच के IRSE (रेलवे इंजीनियरिंग सर्विस) अधिकारी हैं। जहाँ तक दुर्घटनास्थल का सवाल है, वहाँ ट्रैक से जुड़ा कार्य पूरा हो गया है और ओवरहेड वायरिंग का काम चालू है।
Railway Board recommends CBI probe into Odisha train accident: Union Railway Minister Ashwini Vaishnaw
— ANI Digital (@ani_digital) June 4, 2023
Read @ANI Story | https://t.co/WUyW7a6t6H#AshwiniVaishnaw #OdishaTrainAccident #CBI #RailwayBoard #BalasoreTrainAccident pic.twitter.com/IAkK6moqH5
ये भी पता चला है कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव की वजह से ये घटना हुई है। ये एक सिग्नल व्यवस्था होती है, जिससे ट्रेनों को आपस में टकराने से बचाया जाता है। दुर्घटना वाली जगह पर डाउन मेन लाइन को रिस्टोर कर दिया गया है। उधर गौतम अडानी ने ऐलान किया है कि इस दुर्घटना में जो भी बचे अनाथ हुए हैं, उनकी स्कूली शिक्षा-दीक्षा की जिम्मेमदारी अडानी समूह उठाएगा। लोगों ने इस घोषणा का स्वागत किया है।