Sunday, November 17, 2024
Homeराजनीतिदिल्ली ही नहीं आंध्र प्रदेश में भी है एक 'शीशमहल', जगन मोहन रेड्डी ने...

दिल्ली ही नहीं आंध्र प्रदेश में भी है एक ‘शीशमहल’, जगन मोहन रेड्डी ने CM रहते पहाड़ को काटकर खड़ा कर दिया ₹500 करोड़ का महल: ड्रोन की तस्वीरों से हुआ खुलासा

रुशिकोंडा पहाड़ की तस्वीरें देखने के बाद लोग जगन मोहन रेड्डी की तुलना दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल से कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि पहाड़ा पूरा पेड़ों से घिरा था तो हरा भरा लगता था लेकिन अपने बड़े बड़े घर बनाने के लिए राजनेताओं ने सब बर्बाद कर दिया।

आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी की सरकार आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। टीडीपी का कहना है कि जगन ने विशाखापत्तनम में 500 करोड़ रुपए खर्च कर आलीशान महल बनवाया है और ये महल बना है कि रुशिकोंडा हिल पर।

आरोप है कि अपना ये 500 करोड़ रुपए का महल खड़ा करने में रेड्डी ने पहाड़ पर लगे आधे से ज्यादा पेड़ों का सफाया कर डाला। गुरुवार (20 जून 2024) को इसकी ड्रोन से बनाई वीडियो और तस्वीर भी खूब वायरल हुई। कुछ लोग अब इन तस्वीरों को 2021 में रुशिकोंडा पहाड़ वाली फोटो से तुलना करके दिखा रहे हैं कि रेड्डी ने अपने महल के लिए प्रकृति के साथ कितना घिनौना खेल खेला है।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, रुशिकोंडा हिल पर बनाया गया पैलेस का विवाद उस समय शुरू हुआ था जब भीमिली के विधायक गंटा श्रीनिवास राव ने पिछली वाईएसआरसी सरकार द्वारा रुशिकोंडा हिल के ऊपर बनाए गए महलों का दौरा किया था। उन्होंने इन बिल्डिंगों को ‘राज महल’ बताया था। साथ ही टीडीपी नेता ने परियोजना को लेकर चिंता जताई थी।

रुशिकोंडा पहाड़ की तस्वीरें देखने के बाद लोग जगन मोहन रेड्डी की तुलना दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल से कर रहे हैं। रुशिकोंडा पर बने ‘महल’ की तुलना दिल्ली वाले ‘शीशमहल’ से हो रही है। कहा जा रहा है कि पहाड़ा पूरा पेड़ों से घिरा था तो हरा भरा लगता था लेकिन अपने बड़े बड़े घर बनाने के लिए राजनेताओं ने सब बर्बाद कर दिया। लोग माँग कर रहे हैं कि ग्रीन ट्रिब्यूनल को इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए। कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर महल के भीतर की भी सामने आई हैं। इसमें चमचमाते पत्थर और इंटीरियर दिखाई दे रहा है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

घर की बजी घंटी, दरवाजा खुलते ही अस्सलाम वालेकुम के साथ घुस गई टोपी-बुर्के वाली पलटन, कोने-कोने में जमा लिया कब्जा: झारखंड चुनावों का...

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बीते कुछ वर्षों में चुनावी रणनीति के तहत घुसपैठियों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -