पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेशी लोगों को शरण देने के मामले में जो टिप्पणी की, उसके बाद उनका जगह-जगह विरोध हुआ। अब इसी मामले में सीएम ममता बनर्जी ने जवाब दिया है। उन्होंने मामले की गंभीरता को समझने की बजाय कहा है कि वो 7 बार से सांसद हैं और उन्हें किसी से सीखने की जरूरत नहीं है।
‘7 बार सांसद रहीं हूं, मुझे न सिखाएं…’, बांग्लादेश मुद्दे पर विदेश मंत्रालय ने दी नसीहत तो भड़कीं ममता बनर्जी
— Jansatta (@Jansatta) July 26, 2024
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सीएम ममता बनर्जी ने कहा, “मैं संघीय ढांचे को अच्छी तरह से जानती हूँ। मैं सात बार सांसद रही और दो बार केंद्रीय मंत्री रही हूँ। मैं विदेश मंत्रालय की नीति को किसी और से बेहतर जानती हूँ। उन्हें मुझे सबक नहीं सिखाना चाहिए बल्कि उन्हें सिस्टम से सीखना चाहिए।”
Despite knowing that she doesn't have the authority to open the border for Bangladeshis, Mamata Banerjee offered shelter to Bangladeshis just to appease her vote bank
— Anshul Saxena (@AskAnshul) July 25, 2024
Now, Bangladesh strongly objects to Mamata Banerjee's 'shelter' remark.
This is not diplomacy but embarrassing. pic.twitter.com/Ac9hYYoucn
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले बांग्लादेश में हिंसक झड़पों के बाद ममता बनर्जी ने संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव के तहत बांग्लादेश से आए लोगों को शरण देने की अपनी प्रतिबद्धता पर बात कही थी। उन्होंने ने तृणमूल कॉन्ग्रेस की ‘शहीद दिवस’ रैली में कहा था, ”अगर असहाय लोग बंगाल के दरवाजे पर दस्तक देंगे तो हम निश्चय रूप से आश्रय देंगे।
इसी टिप्पणी के बाद बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने ममता बनर्जी की टिप्पणियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा था कि उनकी टिप्पणी भ्रम पैदा कर सकती हैं और जनता गुमराह हो सकती है। वहीं भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा था, “विदेशी संबंधों से जुड़े मामले केंद्र सरकार का विशेषाधिकार है।