मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार के 100 दिन पूरे होने पर आज (5 जुलाई, 2022) को चित्रकूट में मानिकपुर के सेहरिन में वैदिक मंत्रों के बीच हरिशंकरी का पौधा रोपकर यूपी में वन महोत्सव का आगाज किया। सीएम योगी के साथ धर्मनगरी के साधु-संतों ने भी पौधरोपण किया। वहीं इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि मनुष्य का जीवन चक्र वनों पर आधारित है लेकिन वन काटकर मनुष्य ने स्वयं अपने आस्तित्व पर खतरा पैदा किया है।
आज इस अवसर पर उन्होंने सेहरिन में कोदंड वन विकसित करने को कहा। उन्होंने बताया कहा कि त्रेता में यहाँ वनों का बड़ा क्षेत्र रहा होगा लेकिन कटान से वन नष्ट हो गए और पर्यावरण संतुलन बिगड़ गया। कोदंड को उन्होंने राम के धनुष से जोड़ा और कहा कि कामदगिरि भी धनुषाकार है।
भगवान कामतानाथ जी की कृपा भूमि जनपद चित्रकूट में आज पौधरोपण कर 'वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम' का शुभारंभ किया।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 5, 2022
'वृक्षारोपण जन आंदोलन-2022' के अंतर्गत संचालित इस लोक-कल्याणकारी कार्यक्रम में सभी लोग सक्रिय सहभागिता कर पर्यावरण संरक्षण को समर्पित इस आंदोलन को सफल व सार्थक बनाएं। pic.twitter.com/INaKFyZPU4
सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम को कोटि-कोटि प्रणाम। उन्होंने जनता को बताया कि आज पूरे प्रदेश में 25 करोड़ पौधे रोपे जा रहे हैं जबकि इस पूरे अभियान में 35 करोड़ पौधे लगाए जाने हैं। इसी कड़ी में 15 अगस्त को पाँच करोड़ पौधे रोपे जाएँगे। बुंदेलखंड में प्राकृतिक व बागवानी खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गंगा किनारे वाले जिलों में यह प्रयोग सफल रहा है। इसके अलावा गंगा के कनारे 5-5 किमी दायरे में बागवानी तैयार करने की मिशन भी शुरू किया जा रहा है। इसके साथ ही गाय के गोबर व गोमूत्र से कीटनाशक रसायन तैयार करेंगे। इसका प्रयोग भी खेती में होगा।
If only a Sahjan tree is planted near the house of every poor family, there would be no malnutrition. We will provide lakhs of Sahjan trees to families in the state free of cost: UP CM Yogi Adityanath at a plantation drive in Chitrakoot pic.twitter.com/uwbW2MJlBA
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 5, 2022
उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की पुरातन विधियाँ हम भूल गए हैं इसलिए जल संकट की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज ग्लोबल वार्मिंग सबसे बड़ी समस्या है। इससे मानव जाति को बचाने के लिए पौधरोपण और प्रकृति की सुरक्षा ही सबसे बड़ा उपाय है। आज वृक्ष मित्र व प्रकृति मित्र बनने की जरूरत है। बारिश के पानी का संरक्षण कर बुंदेलखंड को हरा-भरा करने की बात उन्होंने कही।
बता दें कि आज के कार्यक्रम में सीएम योगी ने 124 करोड़ रुपए की 28 योजनाओं का शिलान्यास और 15 योजनाओं का लोकार्पण करते हुए यह भी कहा कि गोस्वामी तुलसीदास व महर्षि वाल्मीकि की धरती में धार्मिक व पर्यटन विकास में कोताही नहीं होगी। धर्मनगरी चित्रकूट के टाइगर रिजर्व क्षेत्र से टाइगर दहाड़ेगा तो भगवान श्रीराम का संदेश पूरे विश्व में जाएगा। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में घर-घर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। बुंदेलखंड को हवाई मार्ग और एक्सप्रेसवे से जोड़ दिया गया है।
गौरतलब है कि आज के कार्यक्रम से एक दिन पहले ही मुख्य वन संरक्षक पीपी सिंह ने इस क्षेत्र को कोदंड कहे जाने के बारे में बताते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम वनवास के लिए निकलते समय धनुष बाण जन्मस्थली अयोध्या में छोड़ आए थे। तब उन्होंने सुरक्षा के लिए यहाँ बाँस से धनुष-तीर तैयार किए। प्रभु श्रीराम के इसी रूप को कोदंड कहते हैं। उन्होंने भी यह बताया कि उत्तर प्रदेश में पौधरोपण की शुरुआत वाले इस स्थान को कोदंड वन क्षेत्र के नाम से विकसित किया जाएगा।