आंध्र प्रदेश कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष रघुवीरा रेड्डी ने आगामी चुनावों में किसी भी दल के साथ गठबंधन की संभावना को सिरे से नकार दिया है। आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने वाले हैं। रेड्डी ने कहा कि पार्टी राज्य की सभी 25 लोकसभा सीटों और 175 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। ऑल इंडिया कॉन्ग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव व केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने भी कहा कि आंध्र में कॉन्ग्रेस का तेदेपा के साथ गठबंधन नहीं है।
वनइंडिया की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार ओमान चांडी ने इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए कहा: “राज्य की सभी 175 विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों पर कॉन्ग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी। तेदेपा ने हमारे साथ केवल राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन किया है, जिसका राज्य से कोई लेना-देना नहीं है।”
चांडी ने बताया कि आंध्र प्रदेश कॉन्ग्रेस के नेतागण 31 जनवरी को आयोजित बैठक में चुनावी तैयारियों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने बताया कि पार्टी ने फरवरी में राज्य के सभी 13 जिलों में बस यात्रा निकालने की योजना बनाई है। रघुवीरा रेड्डी ने कहा कि गठबंधन को लेकर किसी भी प्रकार का निर्णय कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी करेंगे, साथ ही उन्होंने दुहराया कि पार्टी चुनावी समर में अकेले दम पर उतरेगी।
तेलंगाना में तेदेपा के साथ गठबंधन कर चुनाव में उतरने से कॉन्ग्रेस को नुकसान हुआ था। हालिया विधानसभा चुनावों में राज्य में कॉन्ग्रेस की सीटें 21 से घट कर 19 हो गई। तेदेपा को भी अच्छा-ख़ासा नुकसान उठाना पड़ा। उसकी सीटों की संख्या 15 से घट कर सिर्फ़ 2 रह गई। कहा जा रहा है कि तेलंगाना चुनाव परिणाम को ध्यान में रखते हुए कॉन्ग्रेस तेदेपा के साथ गठबंधन करने से बच रही है।
उधर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी इस ओर इशारा किया कि कॉन्ग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन नहीं होगा। अपनी पार्टी के नेताओं को टेलीकॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सम्बोधित करते हुए तेदेपा अध्यक्ष ने कहा:“राज्यों में गठबंधन संबंधित दलों की इच्छा पर आधारित होगा। हम राष्ट्रीय स्तर पर साथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ लड़ रहे हैं। हम देश बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, एकजुट भारत के नारों के साथ एक साझा मंच पर साथ आये हैं।”
नायडू ने पश्चिम बंगाल का उदाहरण देते हुए कहा कि राज्य में कॉन्ग्रेस और तृणमूल कॉन्ग्रेस का कोई चुनावी गठबंधन नहीं है लेकिन फिर भी कॉन्ग्रेस नेता ममता बनर्जी द्वारा आयोजित रैली में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि संविधान की रक्षा करना 23 विपक्षी दलों का राष्ट्रीय एजेंडा है।
मंगलवार (जनवरी 22, 2019) को चंद्रबाबू नायडू ने राहुल गाँधी से उनके आवास पर मुलाक़ात की थी। कोलकाता में ममता बनर्जी द्वारा आयोजित विपक्ष की महारैली में राहुल गाँधी शामिल नहीं हुए थे। नायडू ने राहुल गाँधी से इस रैली को लेकर चर्चा की थी।