कॉन्ग्रेस पार्टी में आंतरिक कलह लगातार बढ़ती जा रही है। अब पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के हाल के बयानों का जवाब देते हुए पार्टी कार्यसमिति के विशेष आमंत्रित सदस्य कुलदीप बिश्नोई ने आरोप लगाया है कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष विपक्षी दलों के साथ मिल कर कॉन्ग्रेस पार्टी को तोड़ने में लगे हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गुलाम नबी आजाद गाँधी परिवार के साथ गद्दारी करने में लगे हुए हैं।
कुलदीप बिश्नोई हरियाणा कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, जिन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से ये आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि उन्हें गुलाम नबी आजाद के बयान से काफी हैरानी हुई है। उन्होंने बताया कि उन्हें दुःख भी हुआ और इस बात पर गुस्सा भी आया है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता होने के बावजूद उन्होंने जिस तरह का बयान दिया है, वो निंदनीय है। उन्होंने आज़ादी में कॉन्ग्रेस के योगदान को याद किया।
कुलदीप बिश्नोई ने सवाल पूछा कि आज गुलाम नबी आजाद कॉन्ग्रेस पार्टी में ऊपर से नीचे तक चुनाव कराने की बातें कर रहे हैं, लेकिन जब उन्हें जम्मू-कश्मीर में पार्टी की युवा यूनिट का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, तब उन्हें चुनाव की याद क्यों नहीं आई थी? साथ ही पूछा कि जब उन्हें भारतीय युवा कॉन्ग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, तब उन्होंने पार्टी संगठन में चुनाव की बातें क्यों नहीं की थी? उन्होंने कहा:
“आजाद साहब, आज आप विरोधी दलों के साथ मिल कर पार्टी तोड़ने की साजिश रच रहे हैं। हम आपके इस षड्यंत्र को सफल नहीं होने देंगे। आपका क्या इतिहास है? आप अपने पूरे जीवनकाल में सिर्फ 3 चुनाव जीते हैं। जिस गाँधी परिवार ने आपको 5 बार राज्यसभा सांसद बनाया, आप उस परिवार के विरोध में बात कर रहे हैं। आपसे ज्यादा चुनाव मैंने जीते हैं। मैंने 6 चुनाव जीते हैं। जम्मू-कश्मीर में तो आपको कोई पूछता तक नहीं और आप यहाँ नसीहत देते हैं।”
1/2 .@INCIndia is rock solid. History is testament to Congress’ instrumental role in our Independence struggle & nation-building endeavour. The Gandhi family has always been at the forefront of development & personal sacrifice. Identifying & empowering mass leaders will be key. pic.twitter.com/Bb35mY9yVP
— Kuldeep Bishnoi (@bishnoikuldeep) November 23, 2020
कुलदीप बिश्नोई हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा में बतौर कॉन्ग्रेस प्रभारी काम करते हुए आजाद ने राज्य में पार्टी का बड़ा गर्क कर दिया। उन्होंने दावा किया कि अगर उनकी जगह कोई और प्रभारी होता तो राज्य में आज मनोहर लाल खट्टर की जगह कॉन्ग्रेस की सरकार होती। उन्होंने याद दिलाया कि ‘इंदिरा-राजीव ने देश के लिए जान दी और सोनिया ने पार्टी के लिए अध्यक्ष पद स्वीकार किया।’
2/2 .@INCIndia is rock solid. History is testament to Congress’ instrumental role in our Independence struggle & nation-building endeavour. The Gandhi family has always been at the forefront of development & personal sacrifice. Identifying & empowering mass leaders will be key. pic.twitter.com/kuH8pxw5Bd
— Kuldeep Bishnoi (@bishnoikuldeep) November 23, 2020
उन्होंने गाँधी परिवार के ‘योगदानों’ की बात करते हुए कहा कि जहाँ आज राहुल गाँधी देश भर में घूम-घूम कर पार्टी को मजबूत करने में लगे हुए हैं, वहीं प्रियंका गाँधी भी यही कार्य कर रही हैं। उन्होंने यहाँ तक कहा कि वो पूर्णरूपेण गाँधी परिवार के साथ खड़े हैं, क्योंकि राहुल-प्रियंका से ही पार्टी है। उन्होंने दोबारा कॉन्ग्रेस का ‘स्वर्णिम युग’ लाने की बात करते हुए कहा कि नेता और कार्यकर्ता मेहनत करना जारी रखें।
वहीं एक अन्य कॉन्ग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा कि गुलाम नबी आजाद की बातें एक हद तक सही हैं, लेकिन पार्टी की इस असफलता के लिए वो भी जिम्मेदार हैं, मैं भी हूँ। उन्होंने कहा कि अगर सभी नेताओं ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर दिया होता तो पार्टी को हार नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि सभी की अपनी विफलताएँ होती हैं और हमें उन्हें पार पाना होता है। उन्होंने कहा कि आज की स्थिति के लिए पूरी पार्टी, नेतृत्व और सभी नेता-कार्यकर्ता जिम्मेदार हैं।
इस साल अगस्त में भी कॉन्ग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा था कि हर राज्य और जिला अध्यक्ष, यहाँ तक कि पूरे सीडब्ल्यूसी का भी चुनाव होना चाहिए। उन्होंने पार्टी के निर्धारित मानकों पर निशाना साधते हुए गाँधी परिवार के नेतृत्व को लेकर भी अप्रत्यक्ष रूप से सवाल किया था। उन्होंने कहा था कि पार्टी में एक गुट है जो नहीं चाहता कि पार्टी मजबूत हो। साथ ही आरोप लगाया था कि जिन लोगों को ‘अपॉइंटमेंट कार्ड’ मिले हुए हैं, वे हमारे प्रस्ताव का विरोध करते हैं।