Monday, November 18, 2024
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जम्मू में गुलाम नबी आजाद ने फिर की PM मोदी की तारीफ, कॉन्ग्रेस समर्थकों ने कहा- ‘भाई निकालो इसको जल्दी’

''मनीष तिवारी, कपिल सिब्बल, संजय झा, राज बब्बर, सलमान निजामी और विवेक तन्खा आपको शर्म आनी चाहिए, क्योंकि आप इसे बढ़ावा दे रहे हैं। केवल राज्यसभा पद के लिए इतना अपमान। आप लोग वास्तव में कॉन्ग्रेस में होने के लायक नहीं हैं। क्या हम मूर्ख हैं जिन्होंने आपके लिए मतदान किया जहाँ एक आदमी राहुल गाँधी इतनी कड़ी लड़ाई लड़ रहा है?"

कॉन्ग्रेस पार्टी के भीतर जारी अंदरुनी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की है। रविवार (फरवरी 28, 2021) को जम्‍मू में आयोजित एक सभा में आजाद ने पीएम मोदी को जमीन से जुड़ा हुआ नेता बताया और कहा कि लोगों को उनसे सीखना चाहिए कि कामयाबी की बुलंदियों पर जाकर भी कैसे अपनी जड़ों को याद रखना चाहिए।

गुलाम नबी आजाद ने कहा- “मुझे बहुत सारे नेताओं की बहुत सी बातें अच्‍छी लगती हैं। मैं खुद गाँव का हूँ और बहुत गर्व होता है। हमारे पीएम मोदी भी कहते हैं कि वह गाँव से हैं। कहते हैं कि बर्तन माँजते थे, चाय बेचते थे। सियासी तौर पर हम उनके खिलाफ हैं, लेकिन कम से कम जो अपनी असलियत है, वह उसको नहीं छिपाते। यदि आपने अपनी असलियत छिपाई तो आप मशीनी दुनिया में जी रहे होते हैं।”

दरअसल, कॉन्ग्रेस की अंदरूनी कलह एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है। उत्तर भारत से जुड़े पार्टी के कई वरिष्ठ नेता जम्मू़ पहुँचे। कॉन्ग्रेस के इन असंतुष्ट नेताओं को G-23 के नाम से भी जाना जाता है। G-23 गुट में शामिल नेताओं द्वारा शक्ति प्रदर्शन भी दिखाया। जम्मू में कॉन्ग्रेस नेताओं ने पार्टी की कार्य प्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। ये नेता गुलाम नबी आजाद के राज्य सभा से रिटायर होने पर भी नाराज हैं। कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का रुख पाँच राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनावों से पहले पार्टी के लिए नई परेशानी खड़ा कर सकता है। 

नेटिजन्स ने कॉन्ग्रेस पर साधा निशाना

गुलाम नबी आज़ाद द्वारा अपनी जड़ों को न भूलने के लिए पीएम मोदी की प्रशंसा करने के बाद, नेटिजन्स ने कॉन्ग्रेस पार्टी पर कटाक्ष किया। एक ट्विटर यूजर ने फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ का एक मीम शेयर किया। जिस पर लिखा था, “साँप को पाल रखा था।” ट्विटर यूजर ने इस मीम को ‘कॉन्ग्रेसी चमचे’ कैप्शन के साथ शेयर किया।

एक अन्य ट्विटर यूजर ने NDTV के पत्रकार रवीश कुमार और उनकी प्रतिष्ठित लाइन ‘डर का माहौल है’ का इस्तेमाल करते हुए कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की स्थिति को दर्शाने का प्रयास किया।

एक अन्य ट्विटर उपयोगकर्ता ने भविष्यवाणी की कि राहुल गाँधी आगे कहेंगे कि गुलाम नबी आज़ाद संघी (आरएसएस समर्थक) बन रहे हैं।

गुलाम नबी आजाद द्वारा पीएम मोदी की तारीफ के बाद कॉन्ग्रेस समर्थकों का विलाप शुरू

कॉन्ग्रेस समर्थक गुलाम नबी आजाद द्वारा पीएम मोदी की तारीफ करने से कतई खुश नहीं थे। शल्लू चंदला ने लिखा, ”मनीष तिवारी, कपिल सिब्बल, संजय झा, राज बब्बर, सलमान निजामी और विवेक तन्खा आपको शर्म आनी चाहिए, क्योंकि आप इसे बढ़ावा दे रहे हैं। केवल राज्यसभा पद के लिए इतना अपमान। आप लोग वास्तव में कॉन्ग्रेस में होने के लायक नहीं हैं। क्या हम मूर्ख हैं जिन्होंने आपके लिए मतदान किया जहाँ एक आदमी राहुल गाँधी इतनी कड़ी लड़ाई लड़ रहा है?”

एक अन्य कॉन्ग्रेस समर्थक ने गुलाम नबी आजाद को पार्टी से निकालने के लिए राहुल गाँधी से गुहार लगाई। उसने लिखा, “भाई निकालो इसको जल्दी।”

एक कॉन्ग्रेस नेता ने कहा कि गुलाम नबी आजाद ने जम्मू में पार्टी के नेताओं के साथ बातचीत करते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि वह कॉन्ग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं। ऐसी अफवाहें थीं कि कॉन्ग्रेस द्वारा उन्हें दूसरे कार्यकाल के लिए राज्यसभा न भेजने के फैसले के बाद आजाद पार्टी छोड़ सकते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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