Saturday, November 16, 2024
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‘याद है 2017 में मैंने मोदी को क्या कहा था’ – ‘नीच’ से नीचता पर उतरे मणिशंकर अय्यर

सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स मणिशंकर अय्यर पर अपना गुस्सा उतार रहे हैं तो वहीं कुछ यूजर्स उनके बयानों को भाजपा के लिए 'लकी चार्म' भी बोल रहे हैं और कुछ उनके इस बयान को उनकी 'ग्रैंड एंट्री' बता रहे हैं।

साल 2017 में कॉन्ग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘नीच किस्म का आदमी’ बोला था, विवादों का हिस्सा बने थे। इस दौरान उन्हें अपने इस बयान के कारण काफ़ी आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा था। नतीजतन कॉन्ग्रेस नेता को अपने इन बिगड़े बोलों के लिए माफ़ी तक माँगनी पड़ी थी। लेकिन हाल ही में मणिशंकर अय्यर ने एक लेख में मोदी की रैलियों और उनके बयानों का हवाला देते हुए कहा, “याद है 2017 में मैंने मोदी को क्या कहा था?” अपने लेख में अय्यर ने पूछा कि क्या उनकी भविष्यवाणी सही नहीं थी?

इस लेख में उन्होंने मोदी के रैलियों और साक्षात्कार में दिए बयानों का जिक्र किया है। प्रधानमंत्री की शैक्षिक पृष्ठभूमि पर बात करते हुए कॉन्ग्रेस नेता ने गणेश जी की ‘प्लास्टिक सर्जरी’ और उड़नखटोलों को प्राचीन विमान बताने वाले बयानों को ‘अज्ञानता भरे दावे’ बताया है। साथ ही इस लेख में अय्यर ने बालाकोट हमले के समय बादलों की आड़ का फायदा लेने वाले बयान की भी बात की है।

मणिशंकर अय्यर ने On Cloud Nine of Nationalism के नाम से अपना यह लेख पहले ‘राइज़िंग कश्मीर’ वेबसाइट के लिए लिखा। फिर इसे ‘द प्रिंट’ वालों ने ‘Modi’s ouster on 23 May will be India’s fitting reply to the most foul-mouthed PM’ के शीर्षक से पब्लिश किया। कॉन्ग्रेस नेता के लेख में नरेंद्र मोदी के उस बयान पर भी सवाल उठाए गए हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि राजीव गाँधी आईएनएस विराट को पर्सनल टैक्सी की तरह लक्षद्वीप ले गए थे। इन्हीं बयानों को याद दिलाते हुए अय्यर ने अपनी बात दोहराई – ‘याद है 2017 में मैंने मोदी के बारे में क्‍या कहा था? क्‍या मैंने सही भविष्‍यवाणी नहीं की थी?’

‘राइज़िंग कश्मीर’ में मणिशंकर अय्यर का लेख और लाल घेरे में विवादित हिस्सा

इस लेख के सुर्खियों में आने के बाद एक ओर जहाँ कुछ सोशल मीडिया यूजर्स अय्यर पर अपना गुस्सा जमकर उतार रहे हैं तो वहीं कुछ यूजर्स उनके बयानों को भाजपा के लिए ‘लकी चार्म’ भी बोल रहे हैं और कुछ उनके इस बयान को उनकी ‘ग्रैंड एंट्री’ बता रहे हैं। बता दें कि 2014 में मणिशंकर अय्यर के ‘चायवाला’ बयान ने नरेंद्र मोदी को चुनावों में काफ़ी फायदा पहुँचाया था, इसलिए लोग उनके इस बयान को भी सीरियस न लेकर ‘वेलकम’ कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 2017 में नरेंद्र मोदी के लिए ‘नीच’ शब्द का प्रयोग करने पर अय्यर को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया था लेकिन 2018 की अगस्त में वह दोबारा पार्टी से जुड़ गए थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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