भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 में अयोग्य घोषित कर दिया गया है, क्योंकि उनका वजन अधिकतम तय मानक से 100 ग्राम अधिक पाया गया। वो 50 किलोग्राम वर्ग में खेल रही थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें देश का गर्व और प्रेरणा बताते हुए IOA अध्यक्ष PT उषा से बात की और IOC के समक्ष विरोध दर्ज कराने के लिए कहा। हालाँकि, विनेश फोगाट के ससुर को इसमें केंद्र सरकार और पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह की साजिश नज़र आ रही है। उन्होंने कहा कि बाल काट दिए जाते तो शायद 100 ग्राम कम हो जाते।
शायद उन्हें पता नहीं है कि 1 दिन पहले विनेश फोगाट का वजन 2.15 किलोग्राम अधिक था, टीम ने तय मानक तक पहुँचने के लिए भरसक प्रयास किया। उनके बाल काटे गए, उनका खून तक निकालने की मेडिकल टीम ने कोशिश की। उन्होंने रात भर जाग कर व्यायाम किया, लेकिन फिर भी वजन 100 ग्राम अधिक रह गया। भारतीय सपोर्ट टीम का कहना है कि और अधिक प्रयास कर के विनेश फोगाट के जीवन को खतरे में नहीं डाला जा सकता था। अयोग्य घोषित किए जाने के बाद विनेश फोगाट डिहाइड्रेशन के कारण बेहोश हो गईं, अस्पताल में उनकी स्थिति स्थिर है।
उधर महाराष्ट्र के अमरावती से कॉन्ग्रेस सांसद बलवंत वानखेड़े ने कहा है कि विनेश फोगाट ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था, इसलिए उन्होंने अपना मेडल खो दिया। उन्होंने इसे एक साजिश बताते हुए कहा कि पूरे देश को पता था कि उन्होंने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था और अब जीत के बाद उनका सम्मान बढ़ जाता है और कुछ लोगों को ये पसंद नहीं आता। बता दें कि WFI (भारतीय कुश्ती महासंघ) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था। फिर भी इसे उन्हीं की साजिश बताया जा रहा है।
उधर विनेश फोगाट के ससुर राजपाल राठी ने कहा है कि अगर लोग सड़क जाम करते हैं या तोड़फोड़ करते हैं तो परिवार का इससे कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि विनेश फोगाट के साथ जो सपोर्ट स्टाफ हैं उन्होंने कोई मदद नहीं की। राजपाल राठी ने कहा कि विनेश फोगाट अपने पसंद के जिन लोगों को साथ ले गई थीं उन्हें पोडियम तक जाने ही नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि विनेश फोगाट ने पहले भी बार-बार कहा है कि उनके साथ षड्यंत्र रचा जा सकता है, अब ये साबित हो गया है।