तमिलनाडु के चिदंबरम निर्वाचन क्षेत्र के सांसद थोल थिरुमावलवन की हिन्दू मंदिर के सन्दर्भ में की गई टिप्पणी से सोशल मीडिया पर हंगामा बरपा हुआ है। यह टिप्पणी 13 नवंबर को की गई थी।
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने वाले लोकसभा सांसद ने मंदिरों के सन्दर्भ में एक अभद्र टिप्पणी की। बता दें कि वो विदुथलाई चिरुथाइगल काची (वीसीके) के संस्थापक हैं, जो अनुसूचित जाति के अधिकारों के लिए लड़ने का दावा करते हैं।
सोशल मीडिया एक वीडियो में, थिरुमावलवन को “सनातन धर्म शिक्षा नीतियों का विरोध” करने वाली एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “अगर इमारत में गुंबद है, तो यह एक मस्जिद है; अगर वो इमारत लंबी और सीधी हो, तो वो एक चर्च है; और अगर इमारत में गंदी मूर्तियाँ/गुड़ियाँ हैं, तो वह एक मंदिर है।”इस दौरान वहाँ कई दर्शक भी मौजूद थे, जिन्होंने नेता की टिप्पणी की सराहना भी की।
Same Speech from Another Camera (close up) to Thiru.Thol Thirumavalavan (MP, TN) from #VCKParty ; an ally of #DMK #Congress pic.twitter.com/4iIrwKb0aZ
— Kamal – தாயார் ஆண்டாளின் அடிமை (@kamalmdu) November 14, 2019
सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने चिदंबरम के सांसद की गिरफ़्तारी की माँग की है।
कुछ लोगों का कहना है कि आख़िर थिरुमावलवन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही थी, जबकि इंदु मक्कल काची (आईएमके) के संस्थापक अर्जुन संपत को सिर्फ़ एक तिरुवल्लुवर की मूर्ति को भगवा गमछा बाँधने और फिर उसे रुद्राक्ष की माला पहनाने पर गिरफ़्तार कर लिया गया था।
ख़बर के अनुसार, हिन्दू मुन्नानी ने अरियालुर ज़िले के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में शिक़ायत दर्ज की है कि उन पर भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं और विदुथलाई थिरुमावलवन काची (वीसीके) नेता थोल के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जा रही है। अपनी कथित टिप्पणी के ज़रिए थिरुमावलवन ने हिन्दू देवताओं और धार्मिक विश्वासों को नीचा दिखाया।
संगठन के पदाधिकारियों ने गुरुवार (14 नवंबर) को जयमकोंडम, कुवागम, अंदिमडम और सेंदुरई पुलिस स्टेशनों में शिक़ायतें दर्ज कीं। पुलिस ने बताया कि शिक़ायत पर सेंदुरई पुलिस ने एक सीएसआर (सामुदायिक सेवा रजिस्टर) रसीद जारी की है। सूत्रों ने कहा कि चार पुलिस स्टेशनों में इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
तमिलनाडु कॉन्ग्रेस के एक नेता, अमेरिकाै वी नारायणन ने ट्वीट कर उन्होंने थिरुमावलवन की टिप्पणी पर अपना दु:ख व्यक्त किया, जिसके बाद उन्होंने बताया कि तिरुमलावलन को अपनी टिप्पणी पर पछतावा है और वो टिप्पणी तैश में आकर की गई थी।
बता दें कि थिरुमावलवन इससे पहले भी हिन्दुओं की आलोचना कर चुके हैं और बाद में वो अपने बयान से पलट जाते हैं। हालाँकि, चिदंबरम सांसद ने कथित तौर पर अपने भाषण पर ख़ेद व्यक्त किया है, लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने उनसे सार्वजनिक माफ़ी की माँग की है। संशयवादियों का कहना है कि थिरुमावलवन एक आदतन अपराधी है और वह संभवत: भविष्य में फिर इसी तरह के बयान देगा।