दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र कुमार जैन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई कोलकाता की एक कंपनी से जुड़े हवाला लेनदेन के मामले में की गई है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि ईडी की इस कार्रवाई से केजरीवाल सरकार का बड़ा झटका लगा है।
Enforcement Directorate arrests Delhi Health Minister Satyendar Jain in a case connected to hawala transactions related to a Kolkata-based company: Officials pic.twitter.com/7zBWfUiAAF
— ANI (@ANI) May 30, 2022
बता दें कि सत्येंद्र जैन पर फर्जी कंपनियों के जरिए अवैध लेन-देन करने का आरोप है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जैन को पहले हिरासत में लिया गया था। ईडी ने पहले उनसे पूछताछ की और फिर बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
वहीं सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास ने तंज कसते हुए ट्वीट किया है, “यह केस जब पहली बार आया था तो मैंने भरी PAC में सत्येंद्र जैन से जवाब माँगा था। बौने ने उसे सपत्नीक मेरे सामने रोने-धोने के लिए बिठाया। मैंने कहा निजी सम्बन्ध अपनी जगह पर इसका जवाब दो, तो आजकल पंजाब का वसूली-प्रमुख बना नया “चिंटू” कागज फैलाकर बोला “सर मैं CA हूँ, कोई गड़बड़ नहीं है।”
यह केस जब पहली बार आया था तो मैंने भरी PAC में सत्येंद्र जैन से जवाब माँगा था।बौने ने उसे सपत्नीक मेरे सामने रोने-धोने के लिए बिठाया।मैंने कहा निजी सम्बन्ध अपनी जगह पर इसका जवाब दो,तो आजकल पंजाब का वसूली-प्रमुख बना नया“चिंटू” काग़ज़ फैलाकर बोला “सर मैं CA हूँ, कोई गड़बड़ नहीं है” https://t.co/sbDxm2s1MC
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) May 30, 2022
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोलकाता की एक कंपनी से जुड़े हवाला लेनदेन के मामले में जाँच में पाया गया था कि 2015-16 के दौरान सत्येंद्र जैन एक लोकसेवक थे, तो उनके द्वारा लाभकारी स्वामित्व वाली और नियंत्रित कंपनियों को हवाला के जरिए कोलकाता बेस्ड एंट्री ऑपरेटरों को नकद ट्रांसफर के बदले शेल कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे।
गौरतलब है कि ED ने अपनी जाँच में बताया है कि इस रकम का उपयोग जमीन की सीधी खरीद या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद हेतु लिए गए ऋण को चुकाने के लिए किया गया था। बता दें कि सत्येंद्र जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का ईडी का मामला अगस्त 2017 में सीबीआई द्वारा उनके और अन्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में दर्ज एफईआआर का हिस्सा है।