Monday, December 23, 2024
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जया प्रदा की खाकी अंडरवियर ‘छोटी सी बात’, डिंपल यादव पर दिखने लगा ‘ससुराल’ का असर

राजनीति में सराबोर हो चुकी डिंपल यादव ने एक बार भी जया प्रदा के पक्ष में या आजम खान के बयान पर प्रतिक्रिया देना जरूरी नहीं समझा, बल्कि वे इस बात को छोटी सी बात बताकर दूसरी पार्टियों पर निशाना साधती रहीं।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और कन्नौज से प्रत्याशी डिंपल यादव ने बुधवार (अप्रैल 17, 2019) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आजम खान को डिफेंड करते हुए उनकी ‘अंडरवियर’ वाली टिप्पणी को “छोटी सी बात” बताया।

रामपुर के प्रत्याशी और विवादित बयानों के ब्रांड अम्बैसडर बन चुके आजम खान के बचाव में बात करते हुए डिंपल यादव ने कहा कि बीजेपी जनता का असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए तरह-तरह की बातें बना रही है। उनकी मानें तो मीडिया को इन छोटी-छोटी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।

इस कॉन्फ्रेंस के दौरान डिंपल यादव ने भाजपा पर आरोप मढ़ा कि वे महिलाओं के सम्मान को लेकर गंभीर नहीं हैं। उनकी मानें तो भाजपा महिलाओं को लेकर गंभीर होती तो वह बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती पर टिप्पणी करने वाले दयाशंकर को दोबारा उपाध्यक्ष नहीं बनाती।

राजनीति में सराबोर हो चुकीं डिंपल यादव ने इस दौरान एक बार भी जया प्रदा के पक्ष में या आजम खान के इस बयान पर प्रतिक्रिया देना जरूरी नहीं समझा, बल्कि वे इस बात को छोटी सी बात बताकर दूसरी पार्टियों पर निशाना साधती रहीं।

उनका कहना है कि उनके ख़िलाफ़ और प्रियंका गाँधी के ख़िलाफ़ भी अभद्र बातें की गईं, लेकिन तब मीडिया में इन बातों को तूल नहीं दिया गया। उनकी मानें तो आजम खान के इस बयान पर मीडिया में बात होने के सिवा इस पर बात होनी चाहिए कि भाजपा ने 5 साल में क्या काम किए।

भाजपा की कमियों को हाइलाइट करते हुए डिंपल यादव ने इस दौरान अपने पति अखिलेश द्वारा शुरू की गई महिला कल्याण हेतु योजना का भी जिक्र किया। हालाँकि इस दौरान (शायद) वे भूल गईं कि आजम खान के विवादित बयान पर एक्शन लेने की जगह उनके पति अखिलेश भी उन्हीं की तरह उनके पक्ष में बात कर चुके हैं।

उन्होंने आजम की गलती स्वीकारने की जगह जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे वहाँ जया प्रदा के बारे में नहीं बल्कि किसी और के बारे में बात कर रहे थे। अखिलेश की मानें तो समाजवादी पार्टी के लोग महिलाओं के लिए ऐसी भाषा का प्रयोग कर ही नहीं सकते हैं।

याद दिला दें कि अखिलेश यादव और डिंपल यादव से पहले सपा के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने बलात्कार जैसे जघन्य अपराध को मामूली गलती करार दिया था और बलात्कारियों के लिए बेचारा शब्द इस्तेमाल करते हुए अपनी ओछी सोच का प्रमाण दिया था। कहना गलत नहीं होगा कि डिंपल यादव पर उनके ससुराल की सोच का असर दिखने लगा है। जिसमें उन्हें सिर्फ़ राजनीति में मौजूद गंदगी ही प्राथमिकता लग रही है। उन्हें इस बात से कोई सरोकार नहीं है कि इन बयानों के चलते और आजम खान जैसे व्यक्ति के सपा से जुड़े होने के कारण उनकी पार्टी का स्तर किस हद तक नीचे गिर चुका है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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