उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सत्ता में वापसी के साथ ही बुलडोजर फिर से सक्रिय हो गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कथित तौर पर शुक्रवार (8 अप्रैल 2022) को अफसरों को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी गरीब की झोपड़ी और दुकान पर बुलडोजर न चलाएँ। बुलडोजर सिर्फ पेशेवर माफिया, दुर्दांत अपराधी और माफियाओं की अवैध संपत्ति पर ही चलाएँ। उन्होंने कहा कि ऐसे माफिया जिन्होंने कमजोरों और व्यापारियों की संपत्ति पर अवैध कब्जा कर लिया हो सिर्फ उनके खिलाफ ही कार्रवाई की जाए। किसी को परेशान न किया जाए।
आज तक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से साफ तौर पर कहा कि अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस और गरीबों के प्रति संवेदनशीलता बनी रहनी चाहिए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त आदेश देते हुए कहा कि अवैध संपत्तियों को बुलडोजर से गिराने की कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ ही की जाए, गरीबों को परेशान न किया जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि गरीबों की संपत्ति पर कब्जा करने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए। इस आदेश से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी कार्रवाई पर कोई शिकायत न आए।
ADG (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा, “निर्देश आए हैं कि बुलडोजर का गलत इस्तेमाल न किया जाए। अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर का प्रयोग किया गया है। इसमें सरकारी संपत्तियों और जमीन पर अवैध निर्माण शामिल है। विध्वंस से पहले सभी न्यायिक प्रक्रियाएँ पूरी की जाती हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “नगर निगम जहाँ भी तोड़फोड़ का काम करता है, वहाँ शांति-व्यवस्था सुनिश्चित करने का प्रावधान है और इसके लिए पुलिस बल तैनात है। इसका गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। जहाँ न्यायिक प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है, वहाँ बुलडोजर के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।”
अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस तथा गरीबों के प्रति संवेदनशीलता योगी सरकार का पिछले पाँच साल का मूलमंत्र रहा है। दूसरी पारी में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी सिद्धांत को प्रशासन में आगे बढ़ाया है। मार्च 2022 में, सीएम योगी की सरकार मजबूत कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार मुक्त शासन के वादे पर बड़े जनादेश के साथ सत्ता में लौटी।
हाल ही में, बरेली विकास प्राधिकरण ने 7 अप्रैल 2022 को समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक शहजील इस्लाम के अवैध रूप से निर्मित पेट्रोल पंप पर बुलडोजर चला दिया। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहाँ अपराधियों ने बुलडोजर कार्रवाई के डर से स्वेच्छा से पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।