व्यापक हिंसा होने की आशंकाओं के चलते पश्चिम बंगाल में चुनाव सात चरणों में सम्पन्न कराए जाने का निर्णय लिया गया, ताकि मतदान के लिए अधिकतम सुरक्षा बल तैनात किए जा सकें। लेकिन लगता है कि इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ रहा है, क्योंकि राज्य में आज दूसरे चरण के मतदान के दौरान हिंसा की कई ख़बरें सामने आई हैं।
ख़बर के अनुसार, दार्जिलिंग निर्वाचन क्षेत्र के चोपरा में व्यापक हिंसा देखी गई, जहाँ उपद्रवियों ने मतदाताओं को वोट डालने से रोकने की कोशिश की। स्थानीय लोगों ने इसके विरोध में बाहर आकर राजमार्ग को अवरुद्ध किया। सुरक्षा बलों को आँसू गैस के गोले दागने पड़े और लोगों पर लाठीचार्ज भी करना पड़ी, जिससे भीड़ पर क़ाबू पाया जा सके। चुनाव अधिकारियों के अनुसार, बाद में स्थानीय लोगों को सुरक्षा बलों के संरक्षण में मतदान करने की अनुमति दी गई।
उसके बाद, TMC के कार्यकर्ताओं ने चोपरा में दिघीरपार पोलिंग बूथ के अंदर भाजपा कार्यकर्ताओं से मार-पीट की। इस झड़प के दौरान, एक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को तोड़ दिया गया।
#LokSabhaElections2019 | Watch: #BJP and #TMC workers clashed inside a polling booth and broke the #EVM machine in #Chopra, #Darjeeling. Follow #LIVE updates here: https://t.co/qFpGcwZBJM pic.twitter.com/k7W5EoqJq1
— Firstpost (@firstpost) April 18, 2019
इस वीडियो को देखने से पता चलता है कि पूरे पोलिंग बूथ पर काफ़ी बर्बरता की गई थी, और VVPAT मशीन और बैलट यूनिट सहित EVM ज़मीन पर पड़ा था। इस घटना के बाद चोपरा के बूथ नंबर 112 पर मतदान रोक दिया गया।
#LokSabhaElections2019
— ABP Ananda (@abpanandatv) April 18, 2019
বাগডোগরায় ইভিএমে বিজেপির প্রতীকে কালো সেলোটেপ মেরে দেওয়ার অভিযোগ, আধঘণ্টা বন্ধ ভোটগ্রহণhttps://t.co/DgJkM4JE6K pic.twitter.com/aPYtbhh9od
दार्जिलिंग निर्वाचन क्षेत्र की एक अन्य घटना में, EVM में हेराफेरी की घटना सामने आई। बागडोगरा के एक मतदान केंद्र में, भाजपा उम्मीदवारों को वोट ना पड़े, इसके लिए दिमाग लगाया गया। यहाँ EVM पर भाजपा के प्रतीक चिन्ह के आगे और उम्मीदवार के नाम पर भी काला टेप चिपका हुआ पाया गया। इस बात के पता चलने के बाद बूथ में आधे घंटे के लिए मतदान रोक दिया गया। टेप हटाने के बाद बूथ में मतदान फिर से शुरू किया गया और अधिकारियों द्वारा EVM की जाँच की गई।