आगामी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों से पहले आवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) और भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) ने गठबंधन किया है। रविवार (15 सितंबर 2024) को दोनों पार्टियों के बीच संयुक्त बैठक के बाद निर्णय लिया गया। इस दौरान लोकसभा सांसद इंजीनियर राशिद, एआईपी के मुख्य प्रवक्ता इनाम उन नबी समेत पार्टी के अन्य सदस्य शामिल हुए। वहीं जमात-ए-इस्लामी की ओर से गुलाम कादिर वानी और पार्टी के प्रमुख नेता भी शामिल हुए।
बैठक के बाद जारी बयान में इस गठबंधन की जानकारी दी गई। बयान में बताया गया कि दोनों दलों ने क्षेत्र के लोगों के हित में मिलकर काम करने की आवश्यकता पर बल दिया और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए सीट बँटवारे पर चर्चा की।
#AIP, #JamaatEIslami form an alliance ahead of #JammuKashmirAssemblyElections2024 https://t.co/gFutZ6pR0b pic.twitter.com/huIOwMW3LN
— Rising Kashmir (@RisingKashmir) September 15, 2024
बयान में कहा गया है कि एआईपी कुलगाम और पुलवामा जिलों में जमात-ए-इस्लामी समर्थित उम्मीदवारों का समर्थन करेगी, जबकि जेईआई पूरे कश्मीर में एआईपी उम्मीदवारों का समर्थन करेगी। साथ ही कहा कि ये गठबंधन जम्मू-कश्मीर में लोगों के लिए शांति, न्याय और राजनीतिक सशक्तिकरण की दिशा में एकजुट मोर्चा बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बता दें कि राज्य में इससे पहले कॉन्ग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गठबंधन हुआ था। जिसके बाद फैसला लिया गया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस 90 में से 51 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कॉन्ग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। ये चुनाव प्रदेश में अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद पहले विधानसभा चुाव हैं। इसमें 7 सीटें एससी और 9 सीटें एसटी के लिए होंगी। यहाँ तीन चरण में चुनाव होंगे 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर। वहीं मतगणना 8 अक्तूबर को होगी।
नोट: जमात-ए-इस्लामी संगठन पर भारत सरकार ने बैन लगाया हुआ था। इस संगठन को सबसे पहले 2019 में गैर कानूनी घोषित किया गया था। बाद में ये प्रतिबंध 2024 में फिर बढ़ा दिया गया।