अपने ट्वीट में उन्होंने दावा किया कि एक तरफ इस मामले में दिखाई जा रही ममता बनर्जी की उदासीनता और कोलकाता पुलिस के मामले को दबाने के असफल प्रयास के कारण गुस्से से उबल रहा है और दूसरी तरफ आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने उस कमरे की दीवारों को तोड़ दिया जहाँ ड्यूटी पर तैनात जूनियर डॉक्टर के साथ यह क्रूरता हुई थी।
While West Bengal is seething with anger, given Mamata Banerjee's apathy and Kolkata Police’s botched cover-up attempt, RG Kar Medical College authorities break down room walls, inside the Chest Medicine Dept, where the on-duty junior doctor was subjected to brutal rape and… pic.twitter.com/j2mJyziwNt
— Amit Malviya (@amitmalviya) August 13, 2024
अमित मालवीय का कहना है कि इस हरकत से कई महत्वपूर्ण सबूत नष्ट हो गए जो सीबीआई जाँच में मददगार हो सकते थे । उन्होंने बताया कि ये तोड़फोड़ चेस्ट मेडिसीन डिपार्टमेंट के भीतर बने महिला टॉयलेट और डॉक्टर रेजिडेंट एरिया में की गई है ।
वह कहते हैं कि इस बात में अब कोई संदेह नहीं रह जाता कि ममता बनर्जी अपराध के सबूत छिपाने और अपराधियी को बचाने की कोशिश में हैं जिसे लेकर माना जा रहा है कि वो टीएमसी नेता के परिवार का हो सकता है। अंत में वह जोर देते हुए कहते हैं, “बंगाल में कोई महिला सुरक्षित नहीं है।” मालूम हो कि इस मामले में सबूतों से छेड़छाड़ की बात भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के छात्र औरयुवा संगठनों के सदस्यों ने की थी।
बता दें कि बंगाल के आर.जी कर अस्पताल में हुई इस घटना मामले की जाँच सीबीआई के हाथ चली गई है। कलकत्ता हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस की बेंच ने मामले की जाँच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया। इस बीच, पीड़ित डॉक्टर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई, जिससे पता चलता है कि कैसे महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत की हदें पार की गईं। उनके चेहरे से लेकर प्राइवेट पार्ट तक में चोट आई।