फारूक अब्दुल्ला या महबूबा मुफ्ती का पाकिस्तान प्रेम जगजाहिर है, जो कि गाहे-बगाहे सामने आ ही जाता है। इसी क्रम में नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर से पाकिस्तान का राग अलापा है। उन्होंने (बुधवार, 13 जुलाई 2022) कहा कि कश्मीर में शांति की स्थापना के लिए भारत को पाकिस्तान से बातचीत करनी चाहिए।
फारूक अब्दुल्ला का दावा है कि घाटी में आतंकवाद का खात्मा करने के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी होगी। इसके लिए कश्मीर के लोगों का दिल जीतना होगा। उन्होंने दावा किया कि जब तक इस मुद्दे का समाधान नहीं ढूँढा जाएगा, तब तक कश्मीर के हालात सामान्य नहीं होंगे और हालात सामान्य नहीं होंगे। लाल बाजार में बलिदान हुए पुलिसकर्मी को लेकर अब्दुल्ला ने ‘क्रिया की प्रतिक्रिया’ की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि पुलिसवाले के बेटे को आर्मी ने मारा था और अब उसके बाप को ‘मिलिटेंट’ ने मार दिया।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2020 में मुश्ताक अहमद का आतंकी बेटा सेना के साथ मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया था। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता के मुताबिक, यहाँ पता ही नहीं चलता कि कौन मारने वाला है और कौन बचाने वाला। हालाँकि, उन्होंने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने के सरकार के फैसले का समर्थन किया। इसके साथ ही अब्दुल्ला जनसंख्या नियंत्रण पर ठोस नीति बनाने पर जोर दिया।
महबूबा मुफ्ती का भी पाकिस्तान प्रेम जागा
इस बीच एक बार फिर से महबूबा मुफ्ती ने भी पाकिस्तान का राग अलापा है। उन्होंने केंद्र सरकार के हर घर तिरंगा अभियान की आलोचना की। भाजपा पर निशाना साधते हुए पीडीपी प्रमुख ने कहा, “हम मुस्लिम बहुल राज्य हैं। हमने पाकिस्तान के साथ जाने से मना कर हिंदुस्तान में रहना स्वीकार किया। हमने इस मुल्क का झंडा कबूल किया और उसके साथ अपना झंडा मिलाया। हम दोनों झंडों को सलाम करते रहे। लेकिन, आज हमारे घरों में घुसकर झंडे लगा रहे हैं।”