Sunday, September 8, 2024
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गाय बचाने पर आफताब ने दर्ज कराई FIR, झारखंड पुलिस ने भेजा नोटिस: बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने पूछा, “हिंदू धर्म में पैदा होना गुनाह है क्या?”​

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि इस मामले में झारखंड हाई कोर्ट ने भी रोक लगाई हुई है, इसके बावजूद उन्हें पूछताछ के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है।

झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे को देवघर की मोहनपुर थाने की पुलिस ने नोटिस जारी किया है और 19 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया है। मोहनपुर थाने में मोहम्मद आफताब द्वारा दर्ज कराए गए मामले में उनके खिलाफ नोटिस जारी हुआ है। पुलिस ने कहा है कि उन्हें पूछताछ में सहयोग करते हुए पूछताछ में शामिल होना है। बता दें कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद उनके ऊपर केस किया गया है।

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि इस मामले में झारखंड हाई कोर्ट ने भी रोक लगाई हुई है, इसके बावजूद उन्हें पूछताछ के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है। पुलिस द्वारा नोटिस भेजे जाने के बाद भड़के निशिकांत दुबे ने कहा कि क्या गाय को बचाने की वजह से राज्य सरकार उन्हें प्रताड़ित करेगी?

निशिकांत दुबे ने इस मामले की न्यूजपेपर कटिंग एक्स पर शेयर की और लिखा, ”मैं एक सनातनी हूं, गौ माता की रक्षा मेरा धर्म का हिस्सा है। विपक्ष एक खास धर्म से प्रेम करती है और हिंदू से नफरत, अगर मैंने गौ माता को बचाया तो क्या मुझे राज्य सरकार प्रताड़ित करेगी ? क्या मैंने हिंदू धर्म में पैदा होकर गुनाह किया है?’

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, ‘झारखंड सरकार का नियम है कि राज्य से गाय को खरीदने के बाद उसे बेचने के लिए उसी राज्य में ले जा सकते हैं जहां गौ हत्या पूर्ण प्रतिबंध हो। वैसे वो गाय बांग्लादेश जा रही थी जिसकी मैंने शिकायत की थी। एफआईआर कहा गया है कि वो गाय को लेकर बिहार जा रहे थे। बिहार में गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं है।’

सांसद ने आगे कहा, “आप ही का एफआईआर कहता है कि दो गौ तस्कर को हमने पकड़ा। उन दोनों गौ तस्करों को आपने भगा दिया और किसी तीसरे आदमी से आपने एफआईआर दर्ज करवा दी। अदालत ने इसकी जांच पर रोक लगा दी है। इसके बावजूद चुनाव के समय आप यह मुद्दा उठाते हैं।”

निशिकांत दुबे ने आगे कहा, “चुनाव आयोग बार-बार कह चुका है कि आप हिंदू के नाम पर, गाय के नाम पर और धर्म के नाम पर वोट नहीं माँग सकते हैं। लेकिन गौ तस्करों को पकड़वाने पर आप मुझे नोटिस भेज रहे हैं तो इसका मतलब है कि आप मुझे मजबूर कर रहे हैं। पूरा प्रशासन जेल में बंद हेमंत सोरेन के इशारे पर मुझे मजबूर कर रहा है कि मैं धर्म के नाम पर ही वोट माँगने जाऊँ और राजनीति करूँ। मेरे ऊपर तो यह आरोप है कि मैंने गाय माता को बचाया। गाय माता तो हिंदू की गाय माता है। भारत का संविधान कहता है कि गौ हत्या नहीं होनी चाहिए।”

ये मामला साल 2023 का है। दिसंबर में मोहनपुर-हंसडीहा रोड पर एक शख्स दर्जनों की संख्या में गायों को लेकर जा रहा था। गायों के इस काफिले के सांसद ने रोक लिया था और सांसद की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों ने इन गायों को मुक्त करा दिया था। उस वक्त पुलिस उस शख्स को अपने साथ ले गई थी। बाद में सांसद पर बलथर गाँव के रहने वाले मोहम्मद आफताब ने केस दर्ज कराया था। अब केस के जाँच अधिकारी ने सांसद को जाँच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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