विधानसभा चुनावों से पहले गुजरात (Gujarat Assembly Election) कॉन्ग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल (State Congress Executive president Hardik Patel) का पार्टी से मोहभंग भाजपा (BJP) की ओर झुकाव दिख रहा है। कॉन्ग्रेस में खुद को ‘नसबंदी वाला दूल्हा’ बताने वाले हार्दिक पटेल ने कहा है कि वे सच्चा रामभक्त हैं और उन्हें हिंदू होने पर गर्व है।
हार्दिक पटेल ने राम मंदिर निर्माण और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर भाजपा की सराहना की। अपने पिता की बरसी पर 4,000 भगवद्गीता बाँटने की घोषणा करते हुए हार्दिक ने कहा कि वे सच्चा रामभक्त हैं और उन्हें हिंदू होने पर गर्व है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने भाजपा ने अनुच्छेद 370 हटाने और राम मंदिर निर्माण का अपना वादा पूरा किया है, जिससे वे काफी प्रभावित हैं।
हालाँकि, इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा कहने का मतलब यह नहीं है कि भाजपा में शामिल होने का उनका कोई इरादा नहीं है, लेकिन सभी विकल्प खुले रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि बस वे अपने विरोधी को कमजोर नहीं मानते हैं तथा उसकी नीतियों का विरोध करने के लिए पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा गुजरात में बेहद मजबूत है।
हार्दिक ने कहा कि कॉन्ग्रेस में उन्हें काम करने नहीं दिया जा रहा है, उन्हें रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनके सभी राजनीतिक विकल्प खुले हैं। गुजरात की जनता के हित में जो भी फैसला करना पड़ेगा, वह करेंगे। भाजपा की तारीफ करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि भाजपा में मेहनत करने वालों को मौका दिया जाता है, लेकिन कॉन्ग्रेस युवाओं को मौका नहीं देती।
अपने हिंदूवादी रूख को दिखाते हुए हार्दिक ने कहा कि वे अपने पिता भरतभाई पटेल की पहली बरसी पर 28 अप्रैल को अपने गाँव वीरमगाम में सुंदरकांड का पाठ कराएँगे। इसके साथ ही वे 4,000 भगवद्गीता बाँटेंगे और लोगों को भोजन कराएँगे। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में हार्दिक के पिता का देहांत हो गया था और उस वक्त कॉन्ग्रेस का कोई बड़ा नेता उनसे मिलने नहीं आया था।
कॉन्ग्रेस से नाराजगी पर हार्दिक ने कहा कि वे पार्टी से नाराज नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश नेतृत्व ने उनकी बात नहीं सुनी तो उन्होंने अपनी बात केसी वेणुगोपाल के सामने रख दी है। हार्दिक ने कहा कि राजस्थान में सचिन पायलट ने अच्छा काम किया, लेकिन उनके साथ भेदभाव हुआ। वही हाल गुजरात में भी होने जा रहा।
नसबंदी वाला दूल्हा
इससे पहले पहले हार्दिक ने कॉन्ग्रेस से अपनी नाराजगी खुलेआम जाहिर की थी। उन्होंने 13 अप्रैल 2022 को कॉन्ग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्हें गुजरात प्रदेश कॉन्ग्रेस कमिटी (PCC) की बैठक में भाग लेने के लिए नहीं बुलाया जाता। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी निर्णय में उन्हें शामिल नहीं किया जाता है। उन्होंने कहा, “इस पद का क्या मतलब है? गुजरात कॉन्ग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष का मतलब शादी के बाद दूल्हे की नसबंदी करवाने के बराबर है।”