बंगाली अभिनेत्री और तृणमूल सांसद नुसरत जहाँ से इस्लामी उलेमा एक बार फिर नाराज़ हो गए हैं। नुसरत कोलकाता के एक दुर्गा पूजा पंडाल में सिन्दूर लगा कर पहुँची थी। इस दौरान उनके पति निखिल जैन भी साथ में थे। दुर्गा पूजा पंडाल में पहुँच कर उन्होंने पूजा-अर्चना भी की। नुसरत जहाँ से नाराज देवबंद के उलेमा ने कहा है कि अगर उन्हें ग़ैर-मज़हबी कार्यों में इतनी ही रुचि है तो वो अपना नाम बदल लें। उलेमा ने पूछा कि अभिनेत्री नुसरत आख़िर ग़ैर-मज़हबी काम कर क्यों रही हैं?
तृणमूल कॉन्ग्रेस की नेता नुसरत जहाँ फ़िलहाल पश्चिम बंगाल के बसीरहाट से सांसद हैं। अब तक 20 से भी अधिक बंगाली फ़िल्मों में नज़र आ चुकीं नुसरत जब संसद में शपथ लेने पहुँची थीं तब भी उनके माथे के सिन्दूर को देख उलेमा नाराज़ हो गए थे। सोशल मीडिया में उन्हें खरी-खोटी सुनाई थी। अब देवबंदी उलेमा ने कहा कि है अल्लाह के अलावा किसी और की इबादत करना हराम है। उलेमा ने कहा कि इस तरह दुर्गा पूजा में सम्मिलित होकर वह इस्लाम की तौहीन कर रही हैं।
नुसरत ने उलेमा के बयान का जवाब देते हुए कहा कि वह विवादों पर ध्यान नहीं देती हैं। उन्हें जो सही लगता है वह करती हैं। दुर्गा पूजा के दौरान नुसरत और उनके पति निखिल ने माँ दुर्गा को पहली बार साथ में ‘अंजलि’ अर्पित की। इसी वर्ष जून में उनकी शादी हुई है। नुसरत ने कहा कि बंगाल में सभी लोग एक परिवार की तरह दुर्गा पूजा मनाते हैं।
जब नुसरत से पूछा गया कि वो दूसरे मजहब की होकर भी पूजा कर रही हैं तो उन्होंने कहा कि वह जिस बंगाल में रहती हैं, वहाँ की परंपरा और संस्कृति का अनुसरण कर रही हैं। वहीं, उनके पति निखिल ने कहा कि देश के सभी धर्मों के लोगों को सभी धार्मिक त्योहारों में हिस्सा लेना चाहिए। नुसरत और उनके पति निखिल ने इस दौरान नृत्य भी किया और साथ में ‘ढाक’ बजाया।