भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा अब पार्टी के अध्यक्ष की बागडोर सँभालेंगे। पार्टी के नए अध्यक्ष चुने जाने के बाद जेपी नड्डा अब गृह मंत्री अमित शाह की जगह लेंगे। अपनी गजब की सांगठनिक क्षमता, टारगेट को पूरा करने का मिशनरी अंदाज और मिलनसार व्यक्तित्व की वजह से ही बीजेपी के सामूहिक नेतृत्व द्वारा कई कद्दावर नेताओं को दरकिनार कर उन्हें अमित शाह का उत्तराधिकारी चुना गया है। पीएम दोपहर बाद पार्टी मुख्यालय पहुँचेंगे और निर्वाचण प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद पीएम मुख्यालय में ही कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। साथ ही नए अध्यक्ष के रूप में जेपी नड्डा के नाम की घोषणा करेंगे।
Delhi: JP Nadda arrives at BJP headquarters, where the process of nomination for party national president is to begin shortly. pic.twitter.com/xog6RNxW3M
— ANI (@ANI) January 20, 2020
नड्डा ने आज सुबह 10:30 बजे अपना नामांकन दाखिल किया। पार्टी के इस शीर्ष पद के लिए नड्डा को आम सहमति से निर्विरोध चुन लिया गया। इस पद के लिए सिर्फ नड्डा ने ही नामांकन भरा था। अगर एक से अधिक नामांकन होते तो कल चुनाव प्रक्रिया होती, जिसके बाद नए पार्टी प्रमुख का चुनाव होता।
Mallika Nadda, wife of JP Nadda: It is a very important day for all of us. Everyone, including family, Bilaspur and our state of Himachal Pradesh is extremely happy today as it is about a big responsibility being given to a person from such a small state. https://t.co/Y19UlEm8f2 pic.twitter.com/8O8HWbVB5O
— ANI (@ANI) January 20, 2020
इस मौके पर जेपी नड्डी की पत्नी मल्लिका रेड्डी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, “यह हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। परिवार, बिलासपुर और हमारे हिमाचल प्रदेश राज्य सहित हर कोई आज बहुत खुश है, क्योंकि इतने छोटे राज्य के एक व्यक्ति को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी जा रही है।”
Delhi: BJP leaders Amit Shah, Rajnath Singh, Nitin Gadkari along with party leaders present at BJP headquarters; The process of nomination for party national president to begin shortly. pic.twitter.com/ixylSJdWof
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भाजपा के भीतर चुनावी प्रक्रिया के प्रभारी वरिष्ठ भाजपा नेता राधामोहन सिंह ने पार्टी द्वारा भाजपा के 36 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में से 21 में आंतरिक चुनाव संपन्न होने के बाद कार्यक्रम की घोषणा की थी। भाजपा के संविधान के अनुसार, कुल राज्य इकाइयों के कम से कम 50% संगठनात्मक चुनाव अभ्यास के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हो सकता है।
बता दें कि नड्डा मोदी के पहले कार्यकाल में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं और साथ ही उन्होंने भाजपा युवा मोर्चा के प्रमुख के रूप में भी काम किया है। पटना में एबीवीपी (ABVP) कार्यकर्ता के रूप में शुरुआत करने के बाद, नड्डा ने भाजपा के संसदीय बोर्ड में भी कार्य किया है, जो भाजपा की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है। उन्होंने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ भी काफी काम किया है।
अभी फिलहाल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ही पार्टी अध्यक्ष हैं। अब जेपी नड्डा बीजेपी के 11वें पार्टी अध्यक्ष होंगे। जेपी नड्डा की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और संगठन में पैठ बढ़ती रही। वह पुराने नेतृत्व के भी करीब रहे तो आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के भी भरोसेमंद माने गए। अब बीजेपी की कमान उन्हें सौंपे जाने के बाद वह बीजेपी की ताकतवर तिकड़ी का हिस्सा बन गए हैं।
गौरतलब है कि मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले जेपी नड्डा का जन्म बिहार की राजधानी पटना में 2 दिसंबर 1960 को हुआ था। नड्डा 16 साल की उम्र में जेपी आंदोलन से जुड़ गए थे। इसके बाद सीधे छात्र राजनीति से जुड़ गए। 1982 में उन्हें उनकी पैतृक जमीन हिमाचल में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रचारक बनाकर भेजा गया। वहाँ छात्रों के बीच नड्डा ने ऐसी लोकप्रियता हासिल कर ली थी कि उनके नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार ABVP ने जीत हासिल की थी।
पटना के छात्र नेता से लेकर BJP के कार्यकारी अध्यक्ष तक: रोचक है जेपी नड्डा का सफ़र