Monday, November 18, 2024
Homeराजनीतिकश्मीर में 2-3 महीने में 50 हजार नौकरियाँ, कुपवाड़ा, हंदवाड़ा में मोबाइल सेवा बहाल

कश्मीर में 2-3 महीने में 50 हजार नौकरियाँ, कुपवाड़ा, हंदवाड़ा में मोबाइल सेवा बहाल

राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि राज्य में विकास के रास्ते खुले हैं। सरकार के लिए हर कश्मीरी की जान कीमती है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद किसी की जान नहीं गई।

जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार के मीडिया से बात करते हुए कई बड़े ऐलान किए।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि आने वाले 2-3 महीने में 50 हजार नौकरियाँ देंगे। इसके साथ ही हालात सामान्य होने के चलते संचार व्यवस्था के लिए कुपवाड़ा और हंदवाड़ा जिलों (कश्मीर के) में मोबाइल फोन कनेक्टिविटी शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि जल्द ही अन्य जिलों में भी सेवा बहाल कर दी जाएगी।

राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि राज्य में विकास के रास्ते खुले हैं। सरकार के लिए हर कश्मीरी की जान कीमती है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद किसी की जान नहीं गई। कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ है, केवल कुछ हिंसक घायल हुए हैं, उनको भी कमर से नीचे की चोटें हैं। उन्होंने कहा कि फोन, इंटरनेट आतंकियों के काम आते हैं। ये उनके लिए हथियार हैं। फोन, इंटरनेट से अफवाह फैलती है। राज्य में हालात सामान्य है। कश्मीर के लिए एक-दो दिन में बड़े ऐलान होंगे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -