दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि पहली बार उनकी आम आदमी पार्टी (AAP) उत्तराखंड के विधानसभा चुनावों में शिरकत करेगी। इसके कुछ घंटो बाद बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ट्विटर के जरिए उन पर निशाना साधा। मिश्रा ने कहा कि दिलबर नेगी के हत्यारों को उत्तराखंड की जनता मुॅंहतोड़ जवाब देगी। नेगी को इस साल फरवरी में दिल्ली में हुए दंगों में जिंदा झोंक दिया गया था।
मिश्रा ने ट्वीट में कर कहा, “दिलबर नेगी के हत्यारों को उत्तराखंड की जनता जमानत जब्त करवा कर भगाएगी।”
दिलबर नेगी के हत्यारों को उत्तराखंड की जनता जमानत जब्त करवा कर भगाएगी https://t.co/wyHDa9tFFT
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) August 20, 2020
बता दें, दिल्ली में फरवरी 2020 में हुए हिन्दू विरोधी दंगों के दौरान संप्रदाय विशेष की हिंसक भीड़ ने दिलबर नेगी के अंगों को काट दिया था और उसे मिठाई की दुकान के अंदर जिंदा जला दिया था। दिलबर नेगी उत्तराखंड के मूल निवासी थे।
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने बताया था कि उत्तराखंड में सर्वे कराने के बाद उन्होंने वहाँ चुनाव लड़ने का फैसला किया है। घोषणा के बाद बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने इसका जवाब दिया है। केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि दिल्ली में रहने वाले कई उत्तराखंड मूल निवासी उनके पास आए और उनसे विधानसभा चुनाव लड़ने का अनुरोध किया।
मतलब दिल्ली के सीएम यह कहना चाहते है कि उत्तराखंड के मूल निवासी दिल्ली में पिछले 5 सालों में उनकी पार्टी द्वारा किए गए कार्यों से इतने प्रभावित हो गए कि वे चाहते है कि अब आप पार्टी उत्तराखंड के लिए भी ऐसा ही करें।
दिल्ली हिंदू विरोधी दंगों में आप पार्टी का कनेक्शन
आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता ताहिर हुसैन ने इस साल फरवरी में पूर्वोत्तर दिल्ली में हुए दंगों की साजिश रचने का आरोप कबूल कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने दंगों के शामिल मुख्य साजिशकर्ताओं, गैर सरकारी संगठनों और राजनीतिक समूहों जैसे पिंजरा तोड़ और पीएफआई के साथ ताहिर का नाम भी जाँच के दौरान लिया था।
पार्षद ताहिर हुसैन के दंगों में पूरी तरह संलिप्तता सामने आने के बाद आप ने निलंबित कर दिया था। दिल्ली दंगों के दौरान हिंदुओं को निशाना बनाने के लिए ताहिर के घर का इस्तेमाल हुआ था। इसी घर में आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या का आरोप है।
दिल्ली दंगों पर ऑपइंडिया की विस्तृत रिपोर्ट अब किंडल पर भी उपलब्ध है। इसमें दंगों से जुड़े हर मामले को विस्तार से बताया गया है कि किस तरह संप्रदाय विशेष के लोगों द्वारा हिंदुओं को निशाना बनाया गया।